Kangana Ranaut mother Asha Ranaut : बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत एक बार फिर अपने उग्र ट्वीट्स को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं. हाल ही में, उन्होंने अपनी माँ आशा रनौत की उनके क्षेत्र में काम करते हुए एक तस्वीर शेयर की और अपने विनम्र स्वभाव के बारे में बात की. पोस्ट ने सोशल मीडिया पर दिल जीत लिया और लोगों ने अभिनेत्री की मां की सादगी की सराहना की. ऐसे ही एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने सोमवार को बॉलीवुड सितारों पर निशाना साधा. उसने अपने रवैये के बारे में बात की और कहा कि 'भिकारी फिल्म माफिया' ने इसे 'अहंकार' समझ लिया.
एक ट्वीट पर रिएक्शन देते हुए क्वीन एक्ट्रेस ने लिखा, 'कृपया ध्यान दें मेरी मां मुझसे अमीर नहीं हैं, मैं राजनेताओं, नौकरशाहों और व्यापारियों के परिवार से आती हूं. मां 25 साल से ज्यादा समय से शिक्षक हैं, फिल्म माफिया को समझना चाहिए कि कहां मेरे एटिट्यूड से आता है और मैं उनकी तरह शादियों में घटिया चीजें और डांस क्यों नहीं कर सकता."
अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था, "भिखारी मूवी माफिया जो शादियों में नाचते हैं और कुछ सिक्कों के लिए आइटम सॉन्ग करते हैं, वे कभी नहीं जान पाएंगे कि वास्तविक चरित्र / ईमानदारी भौतिक संपदा से परे है ... इसलिए मैंने कभी उनका सम्मान नहीं किया, मैं उनका कभी सम्मान नहीं करूंगी." ..."
सोमवार 27 फरवरी को कंगना ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर आगे लिखा, “फिल्म माफिया ने हमेशा मेरे रवैये को मेरा अहंकार कहा, मेरी मां ने मुझे दो रोटी और नमक में जीवित रहना सिखाया है, लेकिन कभी भी किसी से भीख नहीं मांगना सिखाया है, उन्होंने मुझे कुछ भी ऐसा नहीं कहना सिखाया है जो मुझे पसंद नहीं है. मेरे मूल्य प्रणाली/धर्म के साथ जाओ. बताओ ये अहंकार है या ईमानदारी? उन्होंने मुझे गालियाँ दीं और मुझे पागल घोषित कर दिया क्योंकि मैं दूसरी लड़कियों की तरह हँसी-मजाक नहीं करती या शादियों में नाचती या हीरोज़ के कमरों में नहीं जाती !! क्या यही कारण है कि किसी को निशाना बनाया जाना चाहिए, प्रताड़ित किया जाना चाहिए या अलग-थलग किया जाना चाहिए?”
उन्होंने आगे लिखा, "अब भी मैं एक फिल्म बनाने के लिए अपना एक-एक पैसा लगाती हूं, आज मेरे पास कुछ भी नहीं है, जब मैं अपनी मां को खेतों में काम करते देखती हूं तो मुझे लगता है कि मेरे पास सब कुछ है. क्या बिगाडोगे तुम मेरा मैं यहां आई हूं रक्षा करने का अपने लिए कुछ भी नहीं चाहिए. सिर लुढ़कता है .... ठीक यही कारण है कि मैं यहां हूं."