पिछले कुछ वर्षों में खेल पर आधारित बहुत सारी भारतीय फिल्मों ने सफलता का परचम लहराया है. चक दे इंडिया, दंगल, भाग मिल्खा भाग सहित कई स्पोर्ट्स ड्रामा ने दर्शकों का दिल जीता है. के के मेनन के मुख्य किरदार से सजी अपकमिंग फिल्म लव ऑल भी इसी सिलसिले को आगे बढ़ाती है. फ़िल्म के प्रमोशन के लिए अभिनेता के के मेनन और निर्देशक सुधांशु शर्मा दिल्ली में मीडिया को सम्बोधित किया. फ़िल्म "लव ऑल" 1 सितंबर, 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए पूरी तरह तैयार है.
बैडमिंटन के बैकग्राउंड पर बेस्ड फिल्म लव ऑल में बहुमुखी प्रतिभा के धनी अभिनेता के.के. मेनन ने एक ऐसे पिता का किरदार किया है जो खेल की दुनिया से अपने बेटे को दूर रखना चाहता है और वहीं बेटा बैडमिंटन में चैंपियन बनाने का ख्वाब देखता है. लेखक निर्देशक सुधांशु शर्मा की फ़िल्म लव ऑल पिता-पुत्र के प्यारे रिश्ते को दर्शाने के साथ, बैडमिंटन के एक रोमांचक खेल को दिखाने में इसलिए सक्षम है क्योंकि इसमें अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों ने भाग लिया है. भारतीय बैडमिंटन सितारे पुलेला गोपीचंद, महेश भट्ट एवं आनंद पंडित द्वारा प्रस्तुत, दिलीप सोनी जयसवाल, राहुल वी.दुबे और संजय सिंह द्वारा को-प्रोड्यूस फ़िल्म को एम. रमेश की लक्ष्मी गणपति फिल्म्स द्वारा रिलीज किया जा रहा है. लव ऑल हिन्दी के साथ 7 अन्य भारतीय भाषाओं - तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़, बंगाला , उड़िया और आसमीस के साथ सात विदेशी भाषाओं मलेशियाई, थाई, कोरियाई, स्पेनिश, जापानी, इंडोनेशिया और फ्रेंच में सबटाइटल के साथ रिलीज होने जा रही है.
लव-ऑल में के के मेनन फ़िल्म में एक छोटे शहर के मध्यमवर्गीय व्यक्ति के किरदार में दिखेंगे. लव ऑल में स्वस्तिका मुखर्जी, श्रीस्वरा, सुमित अरोड़ा, आर्क जैन, दीप रमभिया, अतुल श्रीवास्तव, रॉबिन दास, आलम और माजेल व्यास की शानदार भूमिकाएँ हैं जिन्होंने फ़िल्म में बैडमिंटन के खेल को जीवंत बनाया है. प्रतिभाओं का सही चुनाव के लिए, लव-ऑल की टीम ने देश भर में बेहतरीन बैडमिंटन खिलाड़ियों की खोज की. अखिल भारतीय जूनियर और सब-जूनियर स्तर के टूर्नामेंटों के दौरान ऑडिशन किया गया, जिसमें लगभग 300 खिलाड़ियों को शॉर्टलिस्ट किया गया, जिसके बाद खिलाड़ियों को स्क्रीन पर उसी उत्साह के साथ प्रदर्शन करने में मदद करने के लिए महीनों की गहन कोचिंग और प्रशिक्षण दिया गया. यह सुनिश्चित किया गया था कि बैडमिंटन कोर्ट पर हर हिट और स्क्रीन पर पसीने से लथपथ हर पल उतना ही रियल हो जितना कि यह खेल होता है.
के के मेनन ने कहा कि, 'एक स्पोर्ट्स फिल्म सिर्फ खेल के बारे में होनी चाहिए. लव-ऑल की कहानी सच्चे रूप में खेल और खिलाड़ी दोनों के लिए एक ट्रिब्यूट है, जो जज़्बे और जुनून को पूरी तरह से दर्शाती है. इस खेल को निर्देशक सुधांशु शर्मा और डीओपी जयवंत राऊत मुरलीधर ने शानदार तरीके से कैमरे में कैद किया है, जिन्होंने फिल्म को रियल टच देने के लिए कई कैमरा एंगल, स्लो-मोशन शॉट्स और पेशेवर खेल के कैमरा ऑपरेटरों का इस्तेमाल किया है. खेल के सार को सटीक रूप से चित्रित करने के उनके समर्पण ने न केवल महान बैडमिंटन खिलाड़ी पी. गोपीचंद का दिल जीता, बल्कि ब्रांड योनेक्स, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया और सुप्रिया देवगन के बैडमिंटन गुरुकुल से भी काफी सपोर्ट हासिल किया.
हैदराबाद की गोपीचंद अकादमी में खिलाड़ियों के हुए स्पेशल फ़िल्म प्रिव्यू में गोपीचंद जी ने कहा कि -“ये एक बेहतरीन फ़िल्म है , एक खिलाड़ी, एक कोच और एक पिता के नाते में चाहूँगा कि ये फ़िल्म हर खिलाड़ी , हर परिवार ज़रूर देखे “.
लव-ऑल की दिल छू लेने वाली कहानी भोपाल की पृष्ठभूमि पर आधारित है. फिल्म की भावनात्मक स्टोरीलाइन और प्रासंगिक विषय की महान निर्देशक महेश भट्ट ने सराहना की, जो इस फ़िल्म के प्रेजेंटर भी हैं. महेश भट्ट के शब्दों में, 'जब एक कहानी मिट्टी से निकलती है, उसमें आम लोगों को शामिल करती है, उनके सपनों और संघर्षों के बारे में बात करती है, तो यह बेशक सभी के साथ जुड़ती है. चाहे वह किसी भी शहर या देश का हो.'
अपनी कहानी में "लव ऑल" खेल, प्यार और परिवार के यूनिवर्सल विषय को समाहित करती है. ये फ़िल्म सपनों, अनकही भावनाओं और एक खेल लीजेंड के निर्माण में हर कदम पर सपोर्ट करने वाले प्रत्येक कदम की तस्वीर को बखूबी चित्रित करती है. मंज़िल पाने के रास्ते में अक्सर लोगों को ढेर सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, और जुनून व जज़्बात से वह सपने को हकीकत में बदल देता है.