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आमिर मानते हैं कि भाषा कभी भी आड़े नहीं आ सकती है

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By Mayapuri Desk
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आमिर मानते हैं कि भाषा कभी भी आड़े नहीं आ सकती है

आमिर खान कृत 'दंगल' का विदेश में भी एक हजार करोड़  क्रॉस कर जाना और उनकी फिल्म, 'थ्री इडियट्स' का मैक्सिकन भाषा में रीमेक होना भले ही भारतीय फिल्म जगत को एक खुशनुमा आश्चर्य में डाल रहा हो, लेकिन आमिर खान के लिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है। वे कहते हैं, 'हम सब इंसान ही है चाहे हम विश्व के किसी भी कोने में रहे, अगर हम इंसानियत से जुड़ी कहानी पेश करेंगे तो विश्व के किसी भी कोने में रहने वाले लोगों को वह अच्छी लगेगी।' वे बोले कि उन्होंने भी जो इटालियन फिल्म 'लाइफ इज ब्यूटीफुल' देखी तो सशक्त तौर पर उससे जुड़ गए। हालांकि  उन्होंने या किसी भारतीय ने वह रूबरू एक्सपीरियंस नहीं किया।  आमिर कहते हैं कि वे किसी भी फिल्म के भावनात्मक पक्ष को ज्यादा मजबूती से रेखांकित करते हैं, बिजनेस पक्ष को नहीं। उनके अनुसार 'जब हम मानवीय भावनाओं पर बल देंगे तो व्यवसाय अपने आप जुड़ जाएगा'' इसके मिसाल के तौर पर वे अपनी फिल्म 'दंगल' और आज की सुपर हिट फिल्म 'बाहुबली' की बात करते हैं। आमिर का कहना है कि अगर किसी फिल्म की कहानी अच्छी हो और साथ में बेहतरीन चरित्र हो तो भाषा कभी भी आड़े नहीं आ सकती है।

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