हमारे देश की खासियत है कि हम अपनी चीजों की तारीफ तबतक नही करते जबतक उसे विदेशों से तारीफ ना मिल जाए. इसबात का ताजा उदाहरण है ऑस्कर अवार्ड के लिए नामांकित हुई गुजराती फिल्म chhello show "छेल्लो शो" (Last Film Show लास्ट फिल्म शो). यह फ़िल्म भारत सरकार की ऑफिसियल एंट्री पर अकेडमी अवार्ड (ऑस्कर अवार्ड Oscar awards) के लिए भेजी गई है. 2023 के ऑस्कर नॉमिनेशन के लिए फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने जब लगभग 6 महीने पहले इस फिल्म को नामांकित किया था तब लोगों ने कहा था कि देश मे गुजरातियों की चमचा गिरी चल रही है.उसके बाद से यह फिल्म लगातार विदेशों में देखी जा रही है.लेकिन, भारत मे पूछिए तो लोग फिल्म का नाम तक नही जानते. विशेषकर फिल्म फेटरनिटी के लोग जब कहते हैं कि क्या गुजराती फिल्म को…? तो हैरानी होती है. ये लोग 'RRR' या 'द 'कश्मीर फाइल्स' the kashmir files को भेजे जाने की उम्मीद रखते थे. उन बड़ी बड़ी कमर्शियल फिल्मों को पछाड़ कर यह फिल्म ऑस्कर में पहुची है. जब लोग पूछते हैं कि क्या गुजराती फिल्म? तो लगता है मानो क्षेत्रीय फिल्म बनाने वाले किसी दूसरे ग्रह से आए हुए होते हैं.
"छेल्लो शो" chhello show का मामला भी ऐसा ही है. गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के एक गांव के 9 वर्ष के लड़के समय की कहानी है जिसकी फिल्मों में गहरी रुचि होती है. फिल्म के निर्देशक पैन नलिन अहमदाबाद इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइनिंग से प्रशिक्षित हैं. वह 6 साल तक सिनेमा के विभिन्न क्लबों से जुड़कर विश्वसिनेमा की फ़िल्मों का गहन अध्ययन किए हैं. उनकी पिल्म निर्माण कम्पनी का नाम है मानसून. वह दो साल से फिल्म इंडस्ट्री में कार्यरत हैं और सब बनाएइसके हैं गुजराती भाषा मे 'छेल्लो शो'.आज जब फ़िल्म को दुनिया भर में एक साल से प्रदर्शन मिल रहा है, भारत मे फिल्म को लोग तब जान पाए हैं जब वो ऑस्कर के लिए गयी है.फिल्म में सभी नए कलाकार हैं और फिल्म के निर्माता हैं सिद्धार्थ रॉय कपूर sidharth roy kapoor.