लेखक से निर्माता बनी और यूट्यूब चैनल ‘‘कंटेंट का कीड़ा’’ की मालिक शिप्रा अरोरा ने अपने चैनल पर एक लघु फिल्म ‘लव नोज नो जेंडर‘ को साझा करने के बाद मिल रही प्रतिक्रियाओं से काफी खुष हैं. वैसे इस फिल्म को अब तक इंटरनेषनल फिल्म फेस्टिवल में आठ पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है. इसे ‘ला अंडरग्राउंड फिल्म फोरम 2020’, ‘लेक व्यू इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2020’, ‘फ्लिकरर्स रोड आइलैंड फिल्म फेस्टिवल’ के अलावा ‘एएबी फिल्म फेस्ट 2020’ में भी जा चुकी है। शान्तिस्वरुप त्रिपाठी
इस फिल्म में रिनी दास, अंकिता दुबे, width='500' height='283' style='border:none;overflow:hidden' scrolling='no' frameborder='0' allowfullscreen='true' allow='autoplay; clipboard-write; encrypted-media; picture-in-picture; web-share' allowFullScreen='true'>
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और पुरु छिब्बर ने अभिनय किया है।
लघु फिल्म ‘लव नोज नो जेंडर’ की चर्चा करते हुए षिप्रा अरोरा कहती हैं- ‘‘6 सितंबर 2018 को एक ऐतिहासिक फैसले में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने भारतीय दंड की धारा 377 को खत्म सा कर दिया. लेकिन मोटे तौर पर जब सामाजिक स्वीकृति और समुदाय के अधिकारों और विशेषाधिकारों के बारे में बात की जाती है, तो मुझे कोई बहुत बदलाव नहीं दिखता है. यह अभी भी समाज में एक निषेध है. लोगों को अभी भी अपने परिवारों और मित्रों के सामने आना मुश्किल है।’’
फिल्म ‘लव नोज नॉन जेंडर‘ एक ऐसी लड़की की कहानी है, जो बाहर आने के लिए संघर्ष कर रही है. उसे इस बात का डर है कि क्या उसकी माँ उसे कभी नहीं समझ पाएगी? मुझे लगता है कि हम कभी -कभी इतना डर जाते हैं कि हम अपने मन की बात को साझा नहीं करते हैं. हमारी फिल्म इसी पर बात करती है. मैं वादा करती हूं कि यह कहानी किसी को भी गुदगुदाएगी।’’
शिप्रा अरोरा ने कहा-‘‘एक लेखक के रूप में मुझे वास्तव में लघु कथाएँ लिखने में आनंद आता है. लघु कथाएं शुरू करते ही कुछ पन्नों के भीतर समाप्त हो जाती हैं. इस तरह हर दिन अलग-अलग पात्रों व कहानी के साथ रहने में बहुत मजा आता है।‘‘
शिवांकर अरोरा द्वारा निर्देशित, ‘‘लव नोज नो जेंडर‘‘ शनिवार (3 दिसंबर) को अपने यूट्यूब चैनल कंटेंट का कीड़ा पर लाइव हो गई है।