प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) आज एक वैश्विक आइकन हो सकती हैं, लेकिन जब उन्होंने शुरुआत की, तो उनका बॉलीवुड से कोई संबंध नहीं था और उन्हें नहीं पता था कि बी-टाउन में अपने कार्यकाल को कैसे नेविगेट किया जाए. हाल ही में, उनकी मां मधु चोपड़ा ने अपनी बेटी की यात्रा के बारे में बात की और बताया कि शुरुआत में प्रियंका और वह दोनों इस बात को लेकर असमंजस में थीं कि चीजों के बारे में कैसे जाना जाए.
जोश टॉक्स आशा के साथ एक बातचीत में, मधु चोपड़ा ने कहा, “वह और मैं दोनों फिल्म उद्योग और सौंदर्य उद्योग में नए थे. तो, यह ऐसा ही था जैसे एक अंधा आदमी दूसरे अंधे आदमी का नेतृत्व कर रहा हो. मैंने कानून का अध्ययन किया था और वित्त जानता था. इसलिए, उसके अच्छे वकील होने के बावजूद मैं उसका कानूनी मामला देखता था. मैंने उसके वित्त को भी नज़रअंदाज़ कर दिया क्योंकि मुझे ज्ञान था. मुझे हर जगह उनके साथ रहना पड़ता था, चाहे वह कहानी हो या मुलाकातें."
उन्होंने आगे कहा कि आखिरकार उन्हें प्रियंका के लिए क्या सही है और क्या गलत है, इस पर स्टैंड लेना पड़ा. उन्होंने आगे कहा, 'एक दिन हमने फैसला किया कि वह कोई मीटिंग नहीं करेंगी, वह कहीं बाहर नहीं जाएंगी, शाम को 7-7.30 बजे के बाद वह भाईचारा नहीं बनाएंगी. वह अपने इस फैसले पर अडिग रहीं. और फिर क्या करेगी, क्या नहीं करेगी, तहज़ीब-तमीज़ के दयारे के अंदर, उसने वो नहीं किया जिसमें वह सहज नहीं थी. .”
हालाँकि, प्रियंका के लिए जो काम किया वह यह था कि वह कभी भी अभिनय को अपना करियर बनाने के लिए किसी दबाव में नहीं थीं. मधु ने कहा, "हमने हमेशा उससे कहा, यह 'करो या मरो' नहीं है. तुम हमेशा वापस जा सकती हो, पढ़ाई कर सकती हो, या कोई और करियर चुन सकती हो. तुम्हारे पास बहुत सारे विकल्प हैं. अगर यह नहीं, तो वह."
मधु इन दिनों प्रियंका और निक की बेटी मालती की नानी की भूमिका निभाकर खुश हैं.