छोटे और बड़े पर्दे पर चरित्र अभिनेत्री की पहचान रखने वाली वरिष्ठ अभिनेत्री पुष्पा वर्मा के बारे में कम लोग जानते हैं कि वह एक आसु कवि भी हैं. कईबार शूटिंग के सेट पर बैठे बैठे वह काव्य जनित बातें कह जाती हैं जो बाद में कविता या गीत बन जाती है. फिल्म 'नाजायज' के गीत 'दरवज्जा खुल्ला छोड़ आई नींद के मारे' की गीतकारा ने ऐसे ही शिव मंदिर में पूजा करते समय 'जय शिव शंकर जय शिव शंकर' कहती पूजा करती हुई एक गीत गुन गुनाने लगी जो भजनों का एलबम "शिव के शरण मे" बनकर तैयार हो गया.
पुष्पकला सुसंगम बैनर तले बने दिल को छू लेने वाले इस एलबम "शिव के शरण में " के भजन-गीतों को लिखा और कंपोज किया है पुष्पा वर्मा ने. जो स्वयं वीडियो में भी भगवान शिव की अर्चना करती हुई दिखाई देती हैं. पामेला जैन और विनोद राठौड़ के गाये हुए इस एलबम के गीत बहुत मधुर और कर्णप्रिय हैं जिन्हें पुष्पा वर्मा ने शिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा करती हुई तैयार किया है.
एलबम को ऑनलाइन रिलीज किया जा चुका है. उनकी लिखी हुई कविताओं की कई किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं जो वह प्रायः माँ या दादी की भूमिका करती हुई शूटिंग के सेट पर लिखी हैं. यहां पेश है पुष्पा वर्मा के एलबम जय शिव शंकर जय शिव शंकर की आसु बद्ध पंकितियाँ:
"हे शिव तेरीपूजा मेँ मै
निश दिन तेरा नाम गुहारूं
और मुझे कुछ आए नही
बस तेरा नाम पुकारु
उमापति गौरी के प्रियवर
जय शिव शँकर,जय शिव शँकर.
जब कुछ ग़लत करू हेनाथ
विवेक मेरा जगा देना
अपने कर कमलो से आकर
क्षान का दीप जला देना
शुची कर देना मन हे प्रभू
अपने पास बुला कर,
जय शिव शँकर,जय शिव शँकर.
अपने करमो से ही मेरा
मन आहत हो जाता है
ना चाहूँ कोई पाप हो मुझसे
फिर भी कयो हो जाता है?
मन का कलुष मिटा दो प्रभु
अपना दरश करा कर
जय शिव शँकर जय शिव शँकर.."