जिस घर में पत्नी को मान सम्मान और प्यार दिया जाता है उस घर की तरक्की और बरकत को कोई रोक नहीं सकता.
ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड के संस्थापक डॉक्टर योगेश लखानी का घर भी एक ऐसा ही मंदिर है जहां डॉक्टर योगेश की धर्म पत्नी जागृति योगेश लखानी को वो सब हासिल हुआ है जो कोई भी स्त्री का सपना होता है. उन्हें घर की लक्ष्मी के दर्जे के साथ साथ अपनी प्रतिभा को तराशने का मौका भी दिया लखानी परिवार ने जिसके चलते वे ब्राइट आउटडोर मीडिया की डायरेक्टर बनी. जागृति के पति डॉक्टर योगेश लखानी, ब्राइट आउटडोर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक, चैयरमैन हैं जिनकी अब तक की उपलब्धियां यह साबित करता है कि किस तरह कोई इंसान अपनी अथक मेहनत, लगन और अच्छे कर्मों को करते हुए गरीबी की रेखा के नीचे से उठकर एक रियल लाइफ हीरो बन सकता है. अपने पति की तरह जागृति ने भी एक संघर्षपूर्ण जीवन का सफर तय करके इस मुकाम तक पहुँची है. 16 जनवरी को जागृति के शुभ जन्मदिन के उपलक्ष्य में आइये जानते हैं उनके बारे में कुछ विस्तार से.
जागृति योगेश लखानी का जन्म, 16 जनवरी को गुजरात के सूरत में हुआ था. उन्होंने बड़ी गरीबी और अभावों के संघर्षपूर्ण जीवन को करीब से देखा था. जागृति के भाई और उनका पूरा परिवार भी बेहद मेहनती हैं और अपनी मेहनत और लगन के बल पर आगे बढ़ें है. योगेश लखानी से जागृति का विवाह 1987 में हुई थी. एक हाऊस वाइफ के तौर पर उन्होंने घर परिवार की सारी जिम्मेदारी बहुत निपुणता से निभाई. अपने सास ससुर, बच्चों की देखभाल में उन्होंने कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.जब योगेश लखानी के पिता जी का निधन हो गया तब जागृति कम्पनी की डायरेक्टर बनी. एक हाऊस वाइफ के रूप में उन्होंने जिस तरह तन मन और लगन से काम किया और घर परिवार को बांधे रखा वैसे ही जब वे ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड की डायरेक्टर बनी तो पूरी जिम्मेदारी के साथ वो पद भार सम्भाला और अद्भुत क्षमता के साथ काम किया. बता दें कि आउटडोर प्रोमोशंस के मामले में ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड सबसे भरोसेमंद और टॉप मोस्ट नाम रहा है. यह कंपनी भारत के कोने-कोने में सबसे बड़े ब्रांड, मशहूर हस्तियों और कंपनियों के साथ जुड़ी हुई है. ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड के संस्थापक डॉ. योगेश लखानी न केवल एक सफल व्यवसायी हैं बल्कि फ़िल्म प्रोड्यूसर और एक्टर भी हैं. होर्डिंग के माध्यम से ब्रांड प्रचार के क्षेत्र में योगेश लखानी की विज्ञापन कम्पनी अव्वल नम्बर पर रही है. एक लाख से ज्यादा हिंदी फिल्मों के अलावा एल्बम, इवेंट्स, शोज़ और अवार्ड नाइट्स से भी वे जुड़े रहे हैं.
योगेश लखानी ने इंडो-नेपाली हिट फ़िल्म 'प्रेम गीत 3' सहित कई फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया है. योगेश लखानी ब्राइट आउटडोर अवार्ड्स के नेक्स्ट सीज़न को लेकर बेहद उत्साहित हैं.
इस पूरी यात्रा में जागृति योगेश लखानी का काफी सपोर्ट रहा है. एक बेहतरीन पत्नी, एक जिम्मेदार मां और ब्राइट आउटडोर मीडिया की डायरेक्टर के रूप में जागृति योगेश लखानी अपने कर्तव्यों का बखूबी पालन करती आ रही हैं. वह महिला सशक्तिकरण की एक अद्भुत मिसाल है और लाखों करोड़ों महिलाओं के किए प्रेरणास्रोत हैं.
पत्नी जागृति का बर्थडे हो, या बेटा अनुग्रह का बर्थडे, या फिर उनका खुद का जन्मदिन हो, डॉक्टर योगेश जमकर गरीबों को दान देते हैं. दान धर्म के बारे में बात चली तो योगेश जी बोले, "वैसे पहले भी हम लोग खुले हाथों से दान धर्म करते रहें हैं और पार्टी भी आयोजित करते हैं, इस बार भी दान और जन सेवा करना चाहता हूँ, गरीबों को खाना खिलाना, बच्चों के अनाथालय और वृद्धाश्रम और अस्पतालों में जाकर उन्हें खाना खिलाना, दवाई बाँटना उन्हें आर्थिक मदद करना, ये सब मैं कर भी रहा हूँ और आगे भी करूँगा. भिवंडी में एक आदिवासी गाँव है, वहां बहुत गरीबी है, वहां भी जाकर बारह सौ, पन्द्रह सौ से ज्यादा लोगों को मैं खाना खिलाता हूँ. मुझे ये सब सेवा करते हुए बहुत अच्छा लगता है."
बर्थडे के मौके पर दान धर्म की भावना आपके अंदर कैसे आई?" इस प्रश्न पर वे बोले, "बस मन में आया कि गरीबों की सेवा के लिए ये सारे पैसे खर्च करना चाहिए, लेकिन मैं इसपर कोई घमंड नहीं करता, क्योकि मैं मानता हूँ कि मैं कुछ नहीं कर रहा, सब ऊपर वाला करवा रहें हैं. सब कुछ उनका दिया हुआ है. ऊपर वाले ने मुझे दिया है तो मैं दान कर रहा हूँ, यही मेरी खुशी है."
मैंने योगेश जी से पूछा, "लेकिन ऐसे तो बहुत लोग हैं जिनको भगवान ने भर भर कर दिया लेकिन आप और जागृति जी की तरह दिल खोलकर कोई दान नहीं करता, इस बारे में आप क्या कहेंगे?"
इसपर वे बोले, "ये उनकी मर्जी है. दरअसल नीयत होनी चाहिए, दानत होनी चाहिए और अपने पुराने दिन किसी को नहीं भूलना चाहिए. हममें समाज के लिए कुछ करने की, और उनके लिए मर मिटने की भावना होनी चाहिए. सब लोग अपने लिए तो जीते ही हैं, दूसरों के लिए भी जीना चाहिए." लेकिन जागृति जी के साथ एक पर्सनल कैंडल लाइट डिनर तो बनती ही है न? इसपर योगेश जी ने कहा, "हाँ बिल्कुल, वे जहां कहेंगी बर्थडे केक वहीं कटेगा."