बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा न्यूयॉर्क में हुए 10th Annual Women in the world summit में शामिल हुईं। यहां यौन उत्पीड़न पर बोलते हुए प्रियंका ने मौजूद दर्शकों के साथ अपना अनुभव भी शेयर किया। प्रियंका चोपड़ा से यौन शोषण पर पूछे गए सवाल का जवाब प्रियंका ने सीधे तौर पर नहीं दिया लेकिन उन्होंने साफ किया की ये (यौन शोषण) लगभग सभी के साथ हुआ है।
प्रियंका चोपड़ा से जब उनके साथ किसी ऐसे हादसे की बात पूछी गई तो उन्होंने अपना हाथ उठाते हुए कहा, कि आज #Metoo जैसे अभियान के चलते हम अपनी बात कह सकते हैं। हमें अपनी कहानी कहते हुए ऐसा नहीं लगता है कि दुनिया में इसे झेलने वाले हम अकेले हैं।
प्रियंका ने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा, 'इस कमरे में मौजूद हर महिला के साथ यौन उत्पीड़न हुआ है। ऐसा लगता है कि महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न शब्द जुड़ कर आता है। पहले हमारी आवाज़ दब जाती थी लेकिन अब एक दूसरे का सपोर्ट करने की वजह से लोग हमें चुप नहीं करवा पाते और ऐसा देखकर हिम्मत और बढ़ती है।'
प्रियंका ने अपने साथ हुए किसी विशेष हादसे या शोषण का किस्सा साझा करने की बजाए खुद को पीड़ित मानते हुए कहा, 'मेरे खयाल से इस कमरे में बैठी सभी महिलाएं इससे गुजरी होंगी। हम हमेशा आवाज़ उठाते थे, बस कोई सुनता नहीं था. अब मेरे पास कोई कहानी है तो मुझे नहीं लगेगा कि मैं अकेली हूं और ना ही मैं शर्मिंदा हूं।'
भारत में #MeToo की शुरुआत बॉलीवुड एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने की थी। तनुश्री ने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए नाना पाटेकर पर आरोप लगाए थे। नाना के अलावा #MeToo मुहिम के दौरान आलोक नाथ, साजिद खान, विकास बहल, अनु मलिक, कैलाश खेर जैसे कई सेलेब्स पर आरोप लगे थे। उस वक्त भी प्रियंका ने अपनी आवाज उठाई थी।
उनका कहना था, अगर लोग इस मूवमेंट को बॉलीवुड तक ही सीमित रखते हैं तो मुझे लगता है कि उन्होंने इस मूवमेंट को गलत समझा है। ऐसा नहीं है कि फिल्म इंडस्ट्री में ये चीज होती है। हर जॉब में होती है। जो मेरे साथ हुआ है, वो बहुत पहले हुआ है। ये तब हुआ जब मैं बहुत यंग थी। लोग सोच रहे हैं कि मैं इस बारे में क्यों बात नहीं कर रही...लोगों को बहुत उम्मीदें हैं। हमारे देश की सभी महिलाओं ने इसे भुगता है और सब पब्लिक में इस बारे में बात नहीं करना चाहते।