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साहित्य और कला के क्षेत्र में भी अब मात्र काल्पनिक दुनिया को ही नहीं दिखाया जाता बल्कि विश्व और समाज में जो घटनाएं घट रही हैं, उनसे प्रेरित होकर साहित्य रचा जा रहा है और पाठकों की रुचि भी ऐसे ही विषयों को लेकर बढ़ी है. हाल ही में कोरोना वायरस महामारी ने विश्व भर में अराजकता पैदा कर दी, और इसके बीच, एक मनोरंजक कोर्ट रूम ड्रामा में इस विनाशकारी महामारी के लिए जानवरों और पौधों के इको सिस्टम को दोषी ठहराया गया. मेधा पुष्करणा द्वारा लिखित उपन्यास 'द ग्रेट ट्रायल' पाठकों को अनिश्चितताओं से भरपूर एक अलग दुनिया में ले जाता है.
इस पुस्तक में एक यंग वकील मेड्स खुद को मानवता और जानवरों की दुनिया के भाग्य का निर्धारण करने वाले मुकदमे के बीच में पाती है. यह पुस्तक पाठकों को बांधे रखती है क्योंकि मेड्स जानवरों की वकालत करती है. उस महिला वकील का मानना है कि यह वायरस मानव द्वारा निर्मित है, जबकि एक सीनियर वकील अंकल जस्ट उस महिला के तर्क का विरोध करते हैं और कोरोना वायरस के पीछे जानवरों को जिम्मेदार ठहराते हैं.
खैर, यह कोर्टरूम ड्रामा जंग का मैदान बन जाता है क्योंकि दोनों सच्चाई के लिए लड़ते हैं. मानव पशुओं पर इस दुनिया को नष्ट करने का आरोप लगाते हैं, जबकि मेड्स इस घातक वायरस के प्रकोप के पीछे जानवरों के हाथ से इनकार करती है. जैसे-जैसे मुकदमा आगे बढ़ता है, लेखिका जानवरों के खिलाफ मानव जाति की लड़ाई में प्यार, नफरत, क्रोध और विश्वासघात की विभिन्न भावनाओं को जोड़कर जिज्ञासा पैदा करती हैं.
'वॉर ऑन अर्थ और कोरोना सम्मनड टू कोर्ट- द ग्रेट ट्रायल' पाठकों को जिरह और तीखी बहस से रोमांचित कर देता है. एक-दूसरे के खिलाफ खड़े दोनों पक्षों का इरादा नुकसान पहुंचाने का है, लेकिन न्याय के लिए कानून की शक्ति से ऊपर कुछ भी नहीं है. इसके अलावा, मेधा जानवरों की दुनिया और मानवता के बीच के संबंध को खूबसूरती से समझाकर पाठकों को आश्चर्यचकित कर देती है.
कुल मिलाकर, 'द ग्रेट ट्रायल', एक बेहतरीन कोर्ट रूम ड्रामा है जो सही और गलत के बीच की रेखा को कम कर देता है जहां सच्चाई की जीत होती है. बता दें कि मेधा पुष्करणा वकालत की डिग्री हासिल कर रही हैं. एक कानून की छात्रा के रूप में, क्राइम थ्रिलर के प्रति उनका आकर्षण बढ़ा जिसने उन्हें महत्वपूर्ण विषयों पर लिखने के लिए प्रेरित किया. अंत में, पुस्तक बताती है कि इस दुनिया में जो कुछ भी होता है वह हमारे ही कर्मों का फल होता है. 'द ग्रेट ट्रायल' पुस्तक 14 जून को लॉन्च की गई थी और यह किताब अमेज़ॅन, किंडल और फ्लिपकार्ट पर उपलब्ध है.