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25 वर्षों से संगीतकार के रूप में निरंतर बेहतरीन संगीत परोसने वाली जोड़ी अविनाश विश्वजीत (अविनाश चंद्रचूड़ और विश्वजीत जोशी) मराठी फिल्म व संगीत जगत में किसी परिचय की मोहताज नही रही है.पर अब इस जोड़ी ने अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी सफलता का झंडा गाड़ दिया है.31 मार्च से 'नेटफ्लिक्स यूएसए' पर स्ट्रीम हो रही एडम सैंडलर व जेनिफर एनिस्टर्न अिभनीत फिल्म "मर्डर मिस्ट्री-2" के लिए एक गाना "द ग्रेट इंडियन वेडिंग" गाने को संगीत से संवारकर एक नए इतिहास को रचा है. यह एक पंजाबी वेडिंग गाना है.मराठी संगीत जगत की जोड़ी अविनाश विश्वजीत पहले संगीतकार हैं,जिन्होने हॉलीवुड फिल्म के लिए संगीत दिया है. यॅूं तो अविनाश-विश्वजीत "मर्डर मिस्ट्री 2" से पहले अविशाई महिना और चांदनी के साथ एक फ्रेंच लघु फिल्म और महान गायिका टीना टर्नर और सावनी शिंदे के साथ एक स्वीडिश प्रोजेक्ट कर चुके हैं.
अविनाश-विश्वजीत की जोड़ी कई जिंगल्स व टीवी सीरियल के अलावा मराठी, कन्नड़, तेलुगु और कोंकणी भाषा की 75 से अधिक फिल्मों के लिए गाने और मौलिक पाष्र्वसंगीत रच चुके हैं.तो वहीं आशा भोसले और श्रेया घोषाल जैसे गायकों के साथ हजारों स्टेज शो कर चुके हैं.
अविनाश विश्वजीत के संगीत से सजे और फरहाद भिवंडीवाला द्वारा स्वरबद्ध गीत "किंग दी वेडिंग है.."ने पेरिस में तब से धूम मचा रखा है,जब इसे एफिल टावर पर लॉन्च किया गया था. इतना ही नही पेरिस में फिल्म 'मर्डर मिस्ट्री 2" की पहली स्क्रीनिंग एडम सैंडलर और जेनिफर एनिस्टन की मौजूदगी में हुई थी.फिल्म खत्म होने के बाद सभी दर्षकों की जुबान पर यही गाना था.
प्रस्तुत है अविनाश चंद्रचूड़ व विश्वजीत जोशी से हुई खास बातचीतः
संगीत जगत में आपकी 'अविनाश विश्वजीत' की जोड़ी काफी मषहूर हो चुकी है.आखिर आप लोग कैसे मिले और जोड़ी कैसे बनी?
अविनाशः हमारी तकदीर में हमारी जोड़ी बननी लिखी हुई थी.हम दोनो अलग अलग संगीत के क्षेत्र में कार्यरत थे.पर एक मजेदार वाकिया हुआ,जिसने हमें एक साथ कर दिया. हम दोनो एक ही एलबम के लिए काम कर रहे थे.पर हमें इसकी जानकारी नही थी.जब वह पूरा एलबम बनकर सामने आया और हमने वह पूरा एलबम सुना,तो हम दोनों को अहसास हुआ कि जिस गाने को हमने नहीं बनाया है,वह भी ऐसा नही लग रहा कि हमने न बनाया हो.मतलब मेरे और विश्वजीत की संगीत की सोच एक समान थी.इसी बात का अहसास विश्वजीत को भी हुआ.हम दोनो ने एक दूसरे से कहा कि आपने बहुत महान काम किया है.फिर इसी तरह से हमने कई अलबम किए और एक दिन हम दोनों ने जोड़ी बनाकर एक साथ संगीत के क्षेत्र में काम करने का फैसला ले लिया.हम पिछले पच्चीस वर्षों से लगातार काम करते आ रहे हैं.विश्वजीत के गाने तो संगीत से परे हैं.
विश्वजीतः मेरा मानना है कि जब दो कलाकारांे की कला के प्रति समझ,विचार, सोच, वाइव्स, दृष्टिकोण, स्वभाव एक समान हो तो वह एक साथ आ ही जाते हैं.ऐसा ही मेरे व अविनाश के साथ हुआ.हम दोनो ने दो तीन एलबम साथ में किए भी थे.हम लोग लगभग पच्चीस वर्ष से एक साथ काम कर रहे हैं,क्यांेकि हमारा व्यक्तित्व व स्वभाव एक दूसरे के साथ जुड़ गया है.अगर हमारे बीच किसी धुन या गाने को लेकर मतभेद होेते हैं,उस वक्त हमारे बीच 'ईगो' नही आता है.हम एक दूसरे की राय व विचारांे का सम्मान करते हैं.मुझे लगता है कि कला में विचारों का मतभेद होना रचनात्मकता को बेहतर करता है.
अविनाशः जी हां! हमारे बीच रचनात्मक मतभेद होते हैं.उस वक्त हम दोनो पुरजोर तरीके से बताते हैं कि हमारा विचार क्यों सही है.क्योकि अंततः हम दोनो बेहतरीन गाना, बेहतरीन कला को लोगो तक पहुॅचाना चाहते हैं.
विश्वजीतः कई बार ऐसा भी होता है कि आपस मंे काफी तीखी बहस हो गयी,पर हम सहमत नही हुए,तब हम किसी अन्य इंसान को सुनाकर उसकी राय लेते हैं.और तब सामने वाली राय को हम दोनो लोग ख्ुाले मन से स्वीकार कर लेते हैं.हम लोग हर गाने पर पूरा जी जान लगाकर मेहनत व लगन के साथ काम करते हैं.
आप दोनों का संगीत जगत में 25 वर्ष का कैरियर हो गया है.इसे आप लोग किस तरह से देखते हैं?
विश्वजीतः मैं खुद को बहुत धनी समझता हॅूं.हर इंसान का अपना नजरिया होता है.इतने वर्षों में हम जितने गाने बना पाए,उसमें से हर गाना हमारे लिए खजाना है.देखिए,सबसे पहले हर गाना हम दोनो की संतुष्टि के लिए बनता है.तब हमें दिल से सकून मिलता है.मगर जब वह गाना हिट हो जाता है,दर्षक व श्रोता के संग वह गाना लंबे समय तक रहता है,तब उस गाने को चार चांद लग जाते हैं.यह खजाना हमारे लिए बहुत मायने रखता है.इसके सामने आर्थिक सुख सुविधा कोई मायने नही रखती.इसीलिए मैं खुद को धनी मानता हॅूं.
अविनाशः मुझे लगता है कि विश्वजीत ने बहुत सही बात कही है.हम दोनों खुद को बहुत भाग्यषाली मानते हैं कि हमें अपना पैषन का काम करते हुए आनंद मिल रहा है,ऐसे बहुत कम लोग होते हैं,जिन्हे अपने पैषन का काम करने का अवसर मिलता है.वह लोग पूरे सप्ताह बोरिंग काम करते हुए षनीवार व रवीवार के आने का इंतजार करते हैं.पर हम भाग्यषाली हैं कि हम लोग हर रात सोचते हैं कि हम कब सुबह उठेंगंे और कब नए उत्साह के साथ नए गाने को रचेंगें.इतने वर्षो तक काम करते हुए हमें यह सकारात्मकता मिली है.
31 मार्च से 'नेटफिलक्स' पर जेरेमी गेललिंक निर्देषित फिल्म"मर्डर मिस्ट्री 2"स्ट्रीम हो रही है.इसमें आ लोगो ने एक गाना 'ग्रेट इंडियन वेडिंग' दिया है.इससे जुड़ना कैसे संभव हुआ?
विश्वजीतः यह कोरोना के चलते लाॅक डाउन में ही संभव हो पाया.यह वक्त पूरी फिल्म इंडस्ट्ी से लेकर आम इंसानांे व हमारे लिए भी काफी कठिन था.उस वक्त काफी लोग डिप्रेषन में चले गए थे.हम लोग घर पर खाली बैठे हुए थे.एक दिन अविनाश के भांजे का पेरिस से इसके पास फोन आया.उसने कहा 'मामा,क्या मेरे लिए एक काम कर सकते हैं? हम एक फिल्म कर रहे हैं,उसमें हमें इंस्ट्यूमेंटल रिदम का ट्ैक चाहिए." तो अविनाश से मुझसे कहा कि चलो हम लोग कोषिष करके उसे बनाकर दे देते हैं.हमने जूम पर ही बात की .गाने का ट्ैक बनाया और भेज दिया.लोगों को पसंद आया और पेरिस में इस टै्क की काफी चर्चा हुई.उसके बाद फ्रेंच में महिमा साई हमारे दोस्त हैं.उनका फोन आया .उन्होने कहा कि-"हम लोग एक ओटीटी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं.क्या आप लोग हमें एक पंजाबी षादी का गीत बनाकर दे सकते हैं.'तो हम लोगो ने एक कोषिष करने का फैसला लिया.हमने मुखड़ा बनाकर उन्हे भेज दिया.उन लोगों को मुखड़ा व ट्ैक पंसद आया और हमें 'ग्रेट इंडियन वेडिंग' गाना बनाने का अवसर मिल गया.बाद में हमें पता चला कि यह नेटफ्लिक्स ओटीटी की जेरेमी गेललिक निर्देषित फिल्म "मर्डर मिस्ट्री 2" है.जिसमें एडम सैंडलर व जेनीफर एनिस्टन अभिनय करेंगे.यह जानकार हमारी खुषी का ठिकाना ही नहीं रहा था.क्योकि हम ग्लोबल स्टार के लिए काम करने जा रहे थे.हॉलीवुड प्रोजेक्ट के लिए संगीतकार के तौर पर हम पहले मराठी भाषी लोग हैं.मुझे जहां तक जानकारी है कि बहुत कम भारतीय संगीतकारों ने हॉलीवुड फिल्म के लिए गाना बनाया है.इसके लिए हम खुद को भाग्यषाली और गौरवान्वित महसूस करते हैं.
अविनाशः वास्तव में 'मर्डर मिस्ट्री 2" एक बहुत बड़ी हॉलीवुड फिल्म है. इस फिल्म में एक सिच्युएषन में षादी का गाना आता है.इस मौलिक गीत को मैने व विश्वजीत ने रचा है,जिसे फरहाद भिवंडीवाला ने गाया है.ग्लोबल स्टार के साथ काम करना हमारे लिए गर्व का क्षण रहा.हम दोनों पहले मराठी भाषी और मराठी सिनेमा से जुड़े संगीतकार हैं,जिन्हे इतने बड़ी अंतराष्ट्रीय फिल्म व प्रोडक्षन हाउस के साथ काम करने का अवसर मिला.हमें गर्व है कि हम लोग कुछ कदम आगे बढ़े हैं.हमने सफलता पूर्वक इस काम को अंजाम दिया.फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है और हर दिन हमारे पास सकारात्मक रिस्पांस आ रहे हैं.हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि हमारा यह गाना पेरिस के एफिल टावर पर लाखों लोगों की मौजूदगी में रिलीज किया गया था.
हॉलीवुड फिल्म 'मर्डर मिस्ट्री 2" के लिए "द ग्रेट इंडियन वेडिंग सांग' बनाने का प्रोसेस क्या रहा?
अविनाशः वास्तव में इस फिल्म की जो बैकग्राउंड है,उसके बारे में हमें पूरी जानकारी दी गयी थी कि इसमें महाराजा नामक एक भारतीय किरदार है,जिसकी षादी होने वाली है और उसी समय उन्हें एक भारतीय पंजाबी षादी का गाना चाहिए था.लेकिन इस गाने के दौरान एक कहानी भी है कि एक महाराजा की हत्या हो जाती है.तो गाने के पहले भाग में हमने उनकी जरुरत के अनुसार पंजाबी ढोल व पूरा माहौल बनाकर दिया.किस समय गाने में क्या क्या होता है,वह भी बताया गया था,तो उसी हिसाब से हमने इस गाने को बनाया.हम दोनों के लिए गाना बनाना इसलिए भी आसान रहा कि उनकी तरफ से हमें एक एक सेंकड के बारे में बताया गया था कि गाने के दौरान क्या क्या होने वाला है.हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती गाने में महाराजा के रष्ती किरदार को भी लाना था.हमंे उसी जोन यानी कि षादी के जोन में रहकर सब कुछ लाना था.खुषी की बात यह रही कि हमारे संगीत के सुपरवाइजर व कोरियोग्राफर अवि साई,वह हमारी बात को सही ढंग से वहां तक और उन लोगों की मांग को सही ढंग से हम तक पहुॅचा रहे थे.परिणामतः हम वैसा गाना बना सके,जो कि फिल्म की कहानी व निर्देषक की कल्पना के अनुरूप है.
विश्वजीतः दूसरी बात यह है कि ऐसा नही है कि उन्हे बाॅलीवुड के गाने पता नही थे.उन्हे बाॅलीवुड के स्टार गायकों व संगीतकारों के गानों की अच्छी जानकारी है.अगर आपने फिल्म देख ली है,तो आपने पाया होगा कि निर्देषक जेरेमी गेगलिक ने फिल्म की पृष्ठभूमि में छोटे छोटे टुकड़ों में कई बाॅलीवुड गाने रखे हैं.हमारे लिए चुनाती थी कि जो गाने मौजूद हैं,उन सभी को पीछे छोड़ते हुए एक यादगार व विषयवस्तु के अनुरूप मौलिक गाना बनाकर दिया जाए.हमने यह मौलिक गाना फिल्म के खास दृष्य केे लिए बनाया.वह चाहते तो जिस तरह से दूसरे लोकप्रिय गानों का उन्होने फिल्म मंे उपयोग किया है.उसी तरह से इस षादी के सिक्वेंस के लिए भी कोई भी बाॅलीवुड का लोकप्रिय गाना उपयोग कर सकते थे.लेकिन उन्होने मौलिक संगीतबद्ध गाने की मांग की.हमारे लिए चुनौती थी कि जिस तरह के लोकप्रिय गानों का उपयोग वह अपनी फिल्म में कर रहे हैं,उन सभी गानों को मात देनेे वाला मौलिक गाना बनाकर हम दें.उनके साथ काम करते हुए हमारे लिए चुनौती यह थी कि वह हमारी भाषा नही जानते,हम उनकी भाषा नही जानते.
एफिल टावर में जब यह गाना रिलीज हुआ था,तब आप लोग वहां मौजूद थे?
अविनाशः हम जाना चाहते थे लेकिन समय कम था और उतने कम समय के अंदर हमें वीजा नही मिल पाया था.लेकिन हमने उस दिन के जो वीडियो देखंे,उससे अहसास हुआ कि दर्षकों का रिस्पांस अमेजिंग था.हमारे लिए गर्व की बात रही कि भारतीय गाने व संगीत पर पूरा पेरिस नाच रहा है.भारमीय संगत में रिदम कमाल की है.जब पंजाबी ढोल बजता है,तो उसकी जो रिदम है,वह हर किसी को थिरकने पर मजबूर कर देती है.पेरिस में लोगों को अपने गाने पर थिरकते देखना हमारी बड़ी उपलब्धि है.
जब फिल्म का प्रिव्यू हुआ था,उस वक्त किस तरह के रिस्पांस मिले थे?
विश्वजीतः बहुत ही अच्छे रिस्पांस मिले थे.हमारे पेरिस में महिमा,अवि साई,चंादनी जैसे दोस्तों के बार बार फोन आ रहे थे कि पेरिस में हमारे गाने को लेकर हल्ला मच गया है.पूरे पेरिस में बाॅलीवुड के इस गाने व फिल्म के दृष्यों की चर्चा हो रही थी.भारतीय मूल के लोग खुष थे.
क्या बाॅलीवुड गायकों व कलाकारों की ही तरह आप लोगो ने विदेषों में जाकर अपने म्यूजिकल कंसर्ट किए हैं?
अविनाश: हमारा 'अवनाष विश्वजीत म्यूजिकल कंसर्ट' तो नही हुआ है.पर मैं रंगमंच से जुड़ा हुआ हॅूं.मैने ढेर सारे कलाकारों के साथ संगीत का अरेंजमेंट किया है.तो पिछले बीस वर्षों से मैं ढेर सारे भारतीय म्यूजिक कंसर्ट का हिस्सा जरुर रहा हूँ.
विश्वजीत जी,आपको लेखन का भी षौक है.आपने कुछ टीवी सीरियल भी बनाए हैं?
विश्वजीतः संगीत से जुड़ने के बाद मैं सिर्फ संगीत ही नहीं,बल्कि उस गीत संगीत के साथ जो ड्ामा होता है,उसे सीखा व समझा.उस ड्ामा को संगीत के रूप में पेष करने का काम यानी कि संगीत रचने लगा.ड्ामा का मतलब विचार .उस विचार को संगीत के माध्यम से पेष करते हुए हमें चरित्र भी गढ़ने होते हैं.इससे एक अलग कहानी बन जाती है.हर कहानी की अपनी लड़ाई होती है.हमारी जिंदगी में सर्वाधिक महत्व कहानी का है.बतौर दर्षक फिल्म या सीरियल आदि देखते हुए हमारा पहला ध्यान कहानी पर ही होता है.और मुझे तो बहुत पहले से कहानी व ड्ामा व नाटक में रूचि रही है.उसी वजह से मैने लिखना षुरू किया और यह सिलसिला लगातार आज भी जारी है.यदि हमने कोई संगीत तैयार किया है,तो वह धुन क्या है? उसके ेपीछे विचार क्या है?उसे लफ्जों में ंबदलने के लिए हम लेखन कार्य करते हैं.वही गीत होता है,यही काम गीतकार करता है.हम अपने गाने के माध्यम से क्या बोलना चाहते हैं,यह निर्देषक को बताने के लिए हमने लिखना षुरू किया.
संगीत को लेकर कुछ कहना है?
विश्वजीतः संगीत के बारे में जितना कहॅंू,उतना कम होगा.क्येाकि संगीत हमेषा के लिए होता है.हमारे लिए पूरी जिंदगी के लिए होता है.
अविनाशः मुझे लगता है कि हम लोगों ने जो पंचम दा,मदन मोहन का संगीत सुना है,इनके संगीत की धरोहर को हम आगे लेकर जाएंगे.मेलोडी को बरकरार रखेंगे.
नया क्या कर रहे हैं?
विश्वजीतः इस वक्त हम दो तीन मराठी फिल्मों के लिए संगीत गढ़ रहे हैं.एक हिंदी वेब सीरीज पर काम कर रहा हॅंू.तो वहीं हम अपने लाइव षो की योजना पर भी काम कर रहे हैं.
अविनाश विश्वजीत के संगीत से सजे सदाबहार गीतः
1. कढ़ी तू (मुंबई पुणे मुंबई 2009)
2. का कलिना (मुंबई पुणे मुंबई 2009)
3. ओलेआ संजेली (प्रेमाची गोष्टा 2013)
4. हृदयत वजे कुछ (ती साध्या के करते 2017)
5. ऐकवि वाटते (गुरु पूर्णिमा 2014)
6. शानदार मंतोय माला (संगतो आइका 2015)
7. साथ दे तू माला (मुंबई पुणे मुंबई 2 2016)
8. गा सजनी (मुंबई पुणे मुंबई 3 2018)
9. गोलू पोलू (वजंदर 2016)
10. प्रेम की सच्चाई मैत्री (शर्तें 2016 लागू)
11. भेटला विठ्ठल धमरवीर 2022
12. आसा ह धर्मवीर (धर्मवीर 2022)