राजस्थान की नंदिनी गुप्ता (Nandini Gupta) ने फेमिना मिस इंडिया 2023 (Femina Miss India 2023) का खिताब जिता हैं. वहीं श्रेया पूंजा (Shreya Poonja) और थौनाओजम स्ट्रैल लुवांग ( Thounaojam Strela Luwang) फर्स्ट व सेकेंड रनर-अप बनीं.
फेमिना मिस इंडिया का अयोजन मणिपुर में हुआ था. इवेंट में कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी भी पहुंची थी. जिसमें कार्तिक आर्यन (Kartik Aaryan) ), नेहा धूपिया (Neha Dhupia), अनन्या पांडे (Ananya Panday), भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar), और मनीष पॉल (Maniesh Paul) जैसे सितारें शामिल थे. सभी सितारें बेहतरीन लुक्स के साथ काफी ग्लैमरस लग रहे थे.
नंदिनी गुप्ता के लिए गर्व का पल
नंदिनी गुप्ता ने एंटरटेनमेंट टाइम्स (Entertainment Times) को दिए एक इंटरव्यू में बताया की ‘’उस रात मेरे सालों का सपना पूरा हो गया. वो मेरे लिए एक मैजिक मोमेंट था. 40 दिनों तक चलने वाले जलसे की वो आखिरी शाम थी लेकिन सबकुछ एक पल जैसा लग रहा था’’.
आगे वह कहती हैं कि ‘’हम तीनों के माता-पिता के लिए ये एक गर्व का पल था. साथ ही पूरे राज्य को भी यह गर्व होगा. मैं राजस्थान से आती हूं और अब लोग मुझे अपनी प्रेरणा मानते हैं’’.
नंदिनी गुप्ता ने ये भी कहा कि ‘’उन्होंने अपने पिता को कभी रोते हुए नही देखा था. उस दिन पहली बार मेरे पिता ने मुझे गले लगाया था और उनकी आंखों में आंसू थें साथ ही मेरी मां ने मेरे ज़रिए अपने सपने को जिया है’’.
श्रेया पूंजा को बनना है बॉलीवुड हिस्सा
श्रेया पूंजा कहती हैं. कि ‘’मै अपने माता-पिता को दूर से देख पा रही थी. मैं टॉप छह के साथ खड़ी थी. एक घोषणा हुई और मेरे नाम का शोर मचने लागा और मैंने ताली बजाना शुरु कर दिया. स्टेज पर सब लोग मुझे देखने लगे और मैंने किसी को दिल्ली कहते हुए सुना. उसके दो तीन सेकेड़ बाद जाकर मुझे फील हुआ की मैं जीत गई हूं’’.
‘’वैसे तो कैमरा मेरे लाइफ का प्यार है और जो कुछ भी मैं आगे करना चाहती हूं उसका पूरा कनेक्शन एंटरटेनमेंट जगत से है. फिलहाल तो मैं अपनी स्कील्स में वैरायटी लाने की कोशिश कर रही हूं और बॉलीवुड में अच्छे अवसर की तलाश में हूं’’.
थौनाओजम स्ट्रैल लुवांग को मिली जीवन की सीखा
थौनाओजम स्ट्रैल लुवांग ने बताया कि ‘’ताज जीतने के बाद मैं रोई थी. उस वक्त मैं अपनी फीलिंग्स को बाहर ला सकती थी. उस वक्त मैं एक असंभव से सपने को अपने सामने सच होते देख रही थी. मुझे लगता है कि वो फीलिंग पूरी तरह से प्योर थी’’.
आगे वह कहती है कि ‘’हमें बहुत मेहनत करनी पड़ी और नींद से भी कॉम्प्रोमाइज करना पड़ा. लेकिन दूसरी तरफ हमने बहुत सी चीजें सीखीं जो सिर्फ एक सौंदर्य प्रतियोगिता ही नही बल्कि जीवन लिए भी जरुरी है. मुझे नंदिनी, श्रेया और सभी 29 बहनों से बहुत कुछ सीखने को भी मिला, जिसको मैं अपने पूरे जीवन के लिए संभाल कर रखूंगी’’.