अपनी फिल्मों के अलावा अक्सर अपने किसी न किसी बयान की वजह से सुर्खियों में रहने वाले दिग्गज बॉलीवुड अभिनेता नसीरुद्दीन शाह इन दिनों भारत में मॉब लिंचिंग की घटना के शिकार हुए परिवारों से मुलाकात कर रहे हैं। दरअसल, नसीर मुंबई के दादर में 'स्टेट कंप्लिसिटी इन हेट क्राइम्स' में आयोजित हुए एक राष्ट्रीय सम्मेलन में पहुंचे थे। यहां उन्होंने ना केवल मॉब लिंचिंग में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की, बल्कि देश में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर अपना मंतव्य जाहिर किया।
इस दौरान नसीरुद्दीन शाह ने कहा, 'उन परिवारों के बारे में सोचिए जिनके घर के लोगों को कोई आए और मार कर चला जाए। उन परिवारों ने असहनीय दर्द झेला है। हम उनकी कल्पना भी नहीं कर सकते।' सम्मेलन में अभिनेता ने कहा, कि जिन लोगों ने यह दर्द झेला है। वे हमसे कई गुना ज्यादा दर्द झेल चुके हैं। उनके साहस को सलाम करना चाहिए। उनकी तुलना में हमने दो फीसदी भी दर्द नहीं झेला है।
उन्होंने आगे कहा, 'मुझे कई बार देशद्रोही बताया जाता है और कई बारी पाकिस्तान चले जाने की सलाहें भी मिलती हैं। लेकिन सच कहूं तो ये सुनने के बाद होने वाले दर्द की कोई तुलना उस दर्द से नहीं है, जिसमें लोगों को भीड़ मार दे रही है।'
अभिनेता ने कहा, कि मेरा साथ और मेरी सहानुभूति हमेशा उन परिवारों के साथ रहेगी, जिन्होंने यह दर्द देखा है। चाहे इसके लिए मुझे कोई देशद्रोही कहे या जो भी कहे। असल में ऐसी टिप्पणियां सुनने से होने वाला कष्ट सच कहें तो कुछ भी नहीं। लेकिन अगर किसी के परिवार के सदस्य को भीड़ मारकर चली जाए तो क्या हालत होती होगी।