श्री एडुकेशन बैनर तले 26 जनवरी के दिन 'राष्ट्रगीत 2023' नाम से एक देश भक्ति गीत राष्ट्र को समर्पित करने के लिए बनाया गया है जो गणतंत्र दिवस के मौके पर ही रिलीज किया जाएगा. इस वीडियो एलबम के गीतकार, निर्माता-निर्देशक डॉ.जगदीश वाघेला हैं.संगीतकार हैं के.रत्नेश. गीत की शुरुवात में देश की 15 वीं राष्ट्रपति सुश्री द्रोपदी मुर्मू के सपथ ग्रहण का दृश्य दिखाया गया है उसके बाद राष्ट्रगीत की धुन बजने के साथ तिरंगा का ध्वजारोहण तत्पश्चात राजपथ पर वार्षिक परेड का नजारा दिखता है.
गीत के आरम्भ में चंद लाइनें बड़ी भबनात्मक है जो गायिका पुष्पलता की आवाज में है और वह अलाप के साथ गाती हैं, शब्द हैं-
"जहां एक अनजान आदमी को भाई कहके पुकारते हैं...
जहां अनजान वृद्ध महिला को माता कहके पुकारते हैं...
ये हमारी एकता अखंडता की मिसाल है...
जहां धर्म जाती भाषा सब एक हो जाते हैं...
उस भारत देश को प्रणाम!" (संसद भवन दिखता है तदुपरांत मेल आवाज में गीत बजता है, यह आवाज गायक सुधीर त्रिवेदी की होती है-
"कितने अच्छे लोग यहां पर
कितना अच्छा देश है मेरा
तरह तरह की भाषा यहां पर
भांति भांति के लोग...
कितने अच्छे लोग यहां पर.
जब कोई मुश्किल आती है
हो जाते हैं एक...हो जाते हैं एक..."
(26 जनवरी के परेड दृश्य और स्वतंत्रता सेनानियों के चलायमान दृश्य के साथ गीत की पंक्तिया बजती रहती हैं.). गीत की रिकॉर्डिंग अलका याग्निक स्टूडियो में हुई है. यह एक राधतर भक्ति से ओत प्रोत कर देने वाला एलबम है जिसे निर्माता डॉ.वाघेला ने "राष्ट्रगीत 2023" नाम दिया है.