बॉलीवुड में बायोपिक हिट मसाला साबित हो रही हैं. अब इस ट्रेंड को समय की ज़रूरत मानें या फिर ऑरिजिनल स्क्रिप्ट्स की कमी. वजह कोई भी हो, मजेदार बात ये है कि फिल्मों में असल जिंदगी के किरदारों को दिलकश अंदाज में पेश किया जा रहा है.बायोपिक के इस दौर में अब तक गैंगस्टर्स, खिलाड़ियों और बड़ी हस्तियों पर ही फिल्में बनीं हैं. भाग मिल्खा भाग, पान सिंह तोमर, धोनी, रईस, नीरजा, दंगल, हसीना पारकर और मैरी कॉम जैसी बायोपिक्स को जिस तरह की कामयाबी मिली, उसने बॉलीवुड में रिसर्च ओरिएंटिड फिल्मों की राह खोल दी. लेकिन इस कड़ी में अब जल्द ही आपको एक नया फ्लेवर मिलने वाला है.
क्या है ये नया Experiment ?
कल हो न हो,सलाम-ए-इश्क, चांदनी चौक टू टाइना जैसी फिल्मों का निर्देशन कर चुके डायरेक्टर निखिल आडवाणी अब इसरो के पूर्व अध्यक्ष के राधाकृष्णन की कहानी पर्दे पर उतारने जा रहे हैं. डॉक्टर के राधाकृष्णन एक प्रसिद्ध भारतीय वैज्ञानिक हैंं. उनके मार्गदर्शन में ही इसरो ने मंगलयान को पहली बार में मंगल ग्रह तक पहुंचाने का करिश्मा कर दिखाया. स्पोर्ट्स स्टार या फिर गैंगस्टर्स का जीवन कहीं न कहीं बॉलीवुड मसाला फिल्मों के लिए एक बेहतरीन रॉ प्रोडक्ट होता है. गैंगस्टर्स पर फिल्में बनाने को लेकर बीते कुछ दिनों में बॉलीवुड के फिल्मकारों पर कई सवाल भी खड़े किए गए. लेकिन अब ये देखना दिलचस्प होगा कि एक साइंटिस्ट के जीवन को निखिल किस तरीके से दर्शकों की कसौटी पर खरा उतार पाएंगे.