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सेव द चिल्ड्रन के ‘ड्रीम एक्सीलरेटर प्रोग्राम’ के साथ भागीदारी में #NFNCares यंग लीडर्स को सहयोग देना चाहता है
दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी ऑडियो म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विस जियोसावन और नेहा धूपिया के ‘बिग गर्ल प्रोडक्शंस’ के सह-निर्माण में सेलीब्रिटी पॉडकास्ट #NoFilterNeha का पाँचवा सीजन आ गया है। यह सीजन एक नई पहल #NFNCares कर रहा है। जो बच्चे सशक्त हैं और सामाजिक बदलाव के लिये स्वतंत्र परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं, उनके साथ भागीदारी को मजबूत करने पर केन्द्रित है। इसके माध्यम से सेव द चिल्ड्रन के साथ भागीदारी में यह नया ऑडियो शो यंग लीडर्स को आगे लाएगा। हमेशा की तरह अपनी दमदार कहानियों और बेहतरीन बातचीत के साथ #NFNCares का लक्ष्य श्रोताओं को आगे आने और इन लोगों को सहयोग देने के लिये प्रोत्साहित करना है।
#NFNCares देशभर में बदलाव के युवा चैम्पियंस की कहानियों को सामने लाने पर फोकस करता है। नेहा ऐसे बच्चों से बात करेंगी, जो अपनी क्षमता से समाज में बदलाव लेकर आए हैं, उनके द्वारा मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ने से लेकर गांवों में बाल विवाह रोकने तक, और ऐसे कई काम किए गए हैं। जियोसावन के यूजर्स और इस शो के प्रशंसक एप पर #NFNCares बैनर को टैप कर पहल में भाग ले सकते हैं।
सेव द चिल्ड्रन की कैम्पेन हेड प्रज्ञा वत्स ने कहा, ‘‘बच्चों के सपनों को पंख देने के हमारे प्रयास में हम नेहा और जियोसावन का साथ पाकर उत्साहित हैं। हमारी ड्रीम एक्सीलरेटर पहल बदलाव लाने वाले युवाओं के साथ भागीदारी करती है, उन्हें सशक्त और प्रेरित करती है, ताकि उनका बदलाव प्रभावी हो। हम उनमें निवेश कर और उनकी आवाज को बुलंद कर ही बदलाव लाने वालों की एक नई पीढ़ी बना सकते हैं, जो सबसे वंचित समुदायों का प्रतिनिधित्व करे। #NoFilterNehaCares के साथ हर किसी के पास भारत के भविष्य के लीडर्स के सपनों को गति देने का मौका है।’’
पॉडकास्ट में यह होंगे-
मुंबई की गोवंडी झुग्गी बस्ती से सलेहा, जो देश में मासिक धर्म से जुड़ी भ्रांतियों को तोड़ने के लिये कड़ी मेहनत कर रही हैं- उनकी कहानी भारत के 11 राज्यों से आने वाले बदलाव के चेंजमेकर्स पर एक नई किताब ‘वी आर द चैम्पियंस’ की 15 कहानियों में शामिल है
राजस्थान के टोंक से शैलेन्द्र, जो बच्चों के अधिकारों के लिये लड़ने वाले एक शिष्ट एक्टिविस्ट हैं। उन्होंने अपने गांव में बालविवाहों को रोका है और बच्चों को बालश्रम से मुक्ति दिलाई है। उन्होंने स्कूलों में शारीरिक दंड का निडरता से विरोध किया है और बच्चों को पढ़ाई जारी रखने के लिये प्रोत्साहित किया है
फरहाना, जो दैनिक वेतनभोगी मजदूरों और कुशल कर्मियों के परिवार से आती हैं। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान अपने समुदाय को भूख से बचाने के लिये अपने जैसे बच्चों के ग्रुप के साथ सफल कार्य किया था
हरियाणा की अंजू बुलंद उड़ान की लीडर हैं, उन्होंने 700 से ज्यादा बच्चों का स्कूलों में नामांकन कराया और कई बाल विवाह रोके। अंजू ने यौन शोषण के मामलों में भी दखल दिया और कन्या भ्रूण हत्याएं रोकीं। वे न केवल एक सफल सामाजिक कार्यकर्ता हैं, बल्कि एक टेडएक्स स्पीकर भी हैं।
अजहरूद्दीन सार्वजनिक और सरकारी वकालत में प्रशिक्षित हैं और उन्होंने झुग्गियों में रहने वाले समुदायों की समस्याओं को आवाज दी है। उन्होंने अम्फान चक्रवात और कोविड-19 संकट के दौरान आगे रहकर काम किया था
इस पहल के बारे में और समझाते हुए नेहा धूपिया ने कहा, ‘‘यह पहल सकारात्मक विकास में योगदान देने का हमारा तरीका है। बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके दिमाग में ताजगी होती है, इसलिये वे बेहतर कल के लिये अच्छा काम कर सकते हैं। हमारा मानना है कि सेव द चिल्ड्रन की ड्रीम एक्सीलरेटर पहल के साथ जुड़कर हम इन बच्चों को उनके गंतव्य तक पहुँचाने में अपना योगदान दे रहे हैं। 5 सीजनों में #NoFilterNeha को मजबूती से सहयोग देने वाले श्रोताओं से मेरा आग्रह है कि वे भी अपना योगदान दें और अच्छे भविष्य के लिये मिलकर काम करें। मेरी ओर से यह आश्वासन है कि #NoFilterNeha में कोई फिल्टर मीटर नहीं होगा!’’
जियोसावन में कम्युनिकेशंस और सस्टेनेबिलिटी की लीड लाइजेल नोरोन्हा ने कहा, ‘‘जियोसावन में हम अपने लाखों यूजर्स के लिये आशा से भरी और अनोखी आवाजों और कहानियों को आगे लाने में अपनी भूमिका निभाते हैं। #NFNCares के माध्यम से हमारे देश में सामाजिक बदलाव के पाँच नन्हे चैम्पियंस और चेंजमेकर्स की व्यक्तिगत कोशिशों पर चर्चा होगी। हमें इस अनूठी पहल के लिये नेहा और सेव द चिल्ड्रन के साथ काम करके खुशी हो रही है।’’
सेव द चिल्ड्रन (www.savethechildren.in) भारत के 12 राज्यों और विश्व के 120 देशों में काम करता है। श्रोता एप के बैनर को टैप कर इस कार्य के लिये दान करते हुए इस पहल का हिस्सा बन सकते हैं।