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जरूरी नहीं हर लड़का जो दिल्ली से आए वो शाहरुख खान बन जाए

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By Mayapuri Desk
जरूरी नहीं हर लड़का जो दिल्ली से आए वो शाहरुख खान बन जाए
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अली पीटर जॉन

लगभग 26 साल पहले दूरदर्शन जो ब्लैक एंड वाइट में आता था वह एकमात्र जरिया था पूरे देश में लोगों को मनोरंजन प्रदान करने का और लोग ध्यानपूर्वक बैठकर  दूरदर्शन के प्रोग्राम्स देखा करते थे क्योंकि उस वक्त उनके पास बिना टिकट खरीदे किसी और मनोरंजन का साधन नहीं था। धीरे-धीरे दूरदर्शन के   प्रोग्राम्स की क्वालिटी भी अच्छे लेखक, निर्देशक और अभिनेताओं की वजह से बढ़ती  चली गई।

90 के शुरुआती दौर में एक जवान लड़का जिसने हिंदी थिएटर किया था दिल्ली के अलग-अलग क्षेत्रों में उसने दूरदर्शन से एक मजबूत और प्रभावशील डेब्यू किया। उस लड़के का नाम था शाहरुख खान। शाहरुख ने सबसे पहले 'फौजी' सीरियल से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। इस सीरियल को निर्देशित किया था हिंदी फिल्मों के मशहूर फिल्ममेकर लेख टंडन ने.  इसके बाद उन्होंने जीवन पर आधारित सीरियल 'सर्कस' की। इस सीरियल में वह सर्कस के ऑनर के बेटे के किरदार में थे जिसकी अपने पिता के बिजनेस सर्कस में बिल्कुल रुचि नहीं थी। इन दोनों सीरियलों के बीच शाहरुख ने और भी कुछ  सीरियल्स की जिसे ज्यादा पहचान नहीं मिली। सर्कस में उनके उत्कृष्ट परफॉर्मेंस की वजह से ही 'ड्रीम गर्ल' हेमा मालिनी का ध्यान उन पर गया था। उस वक्त हेमा मालिनी अपनी पहली फिल्म को निर्देशित करने की योजना बना रही थी। दिल्ली से आए हुए इस लड़के को उन्होंने अपनी फिल्म में रोमांटिक लीड किरदार निभाने के लिए साइन कर लिया। इस फिल्म में उनकी अभिनेत्री थी दिव्या भारती। पर शाहरुख खान को उस वक्त बॉम्बे में अपनी पहचान बनाने की कुछ जल्दी थी और उन्होंने राज कंवर की फिल्म 'दीवाना' साइन कर ली जिसमें उन्हें नेगेटिव किरदार निभाना था और उनका  किरदार इस फिल्म में ऋषि कपूर के किरदार पर भी हावी हो गया था। उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में एक विलेन के रूप में ही पहचान मिलने लग गई । उन्होंने दो और फिल्में की जिनमें उनका निगेटिव किरदार था और वह फिल्में थी 'डर' जिसमें उनके साथ सनी देओल और जूही चावला थे और 'अंजाम' में उनके साथ दीपक तिजोरी और माधुरी दीक्षित थे।

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उन्होंने कुछ और फिल्में की जैसे 'राजू बन गया जेंटलमैन'  जो उनके दोस्त और  मुंबई में उनके पहले मेंटर विवेक वासवानी की फिल्म थी। इस फिल्म की सफलता से शाहरुख खान एक नए रोमांटिक हीरो की छवि में ढल गए। इसके बाद वो अपने हर नए रिलीज के साथ लोगों को अचंभित करने लग गए।

शाहरुख खान की खुद की टीम है जिनका उनके इस सफलता में काफी योगदान रहा है। उनके पास हेमा मालिनी के मेकअप मैन थे। उनके ड्राइवर का नाम है कबीर जिसको शाहरुख लकी मस्कट मानते हैं, क्योंकि कबीर पहले राजेश खन्ना और मिथुन चक्रवर्ती के ड्राइवर रह चुके हैं। शाहरुख खान के एक बहुत ही अच्छे सेक्रेटरी भी थे, अनवर खान पर दूर्भाग्यवश शराब की नशे की वजह से उनकी मृत्यु हो गई। और उनकी जगह एक बहुत ही प्रतिभाशील औरत करुणा जो मदन अरोरा की बेटी हैं उन्होंने ले ली। मदन अरोरा डैनी डेंजोंगपा के असिस्टेंट रह चुके हैं।

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शाहरुख खान  अब ऐसे स्टार है जिन्हें हर फिल्ममेकर अपनी फिल्म में रखना चाहते हैं। शाहरुख खान के सफलता के इस यात्रा में  आदित्य चोपड़ा की फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' और करण जौहर की फिल्म 'कुछ कुछ होता है' ने काफी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शाहरुख ने और भी बहुत से अलग अलग तरह के किरदार निभाए हैं अपने  अभी तक के फिल्मी कैरियर में। उनकी  एक खुद की कंपनी है  रेड चिलीज एंटरटेनमेंट। 'अशोका', 'पहेली', 'ओम शांति ओम', 'हैप्पी न्यू ईयर' जैसी फिल्मों की सफलता के साथ उन्होंने ना ही सिर्फ खुद को खानों का खान बनाया है, बल्कि करण जौहर यश चोपड़ा, सुभाष घई जैसे फिल्ममेकर की लिस्ट में भी खुद का नाम दर्ज करा लिया है।

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वो लड़का जो दिल्ली से आया था और जिसके पास रहने के लिए घर नहीं था, जो बांद्रा स्टेशन के पास लकी रेस्टोरेंट के बाहर रातें गुजारता था, आज उसके पास एक महल नुमा घर है जिसका नाम है 'मन्नत'। समुद्र की तरफ रुख है इस घर का और यह घर किसी सपने से कम नहीं है। जब शाहरुख सड़कों पर रातें गुजारते थे  तब एक बार आधी रात में उठकर शाहरुख खान ने आसमान की तरफ देखते हुए कहा कि, 'मैं एक दिन इस पूरे आकाश पर राज करूंगा और मैं एक बहुत बड़ा स्टार बनूंगा।' शाहरुख खान के पास ऐसी ऑफिस है जो आज तक किसी भी स्टार के पास नहीं हुई है।

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इस अद्भुत खान ने अभी तक अपने सपनों का आधा रास्ता ही तय किया है। फिल्मों के साथ-साथ शाहरुख और भी अलग क्षेत्रों में हाथ आजमाते रहते हैं । शाहरुख आईपीएल की एक बड़ी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक हैं। शाहरुख की उदारता और भलाई के किस्से ज्यादा  पब्लीसिटी में नहीं आते हैं क्योंकि  शाहरुख  मानते हैं कि इन सब बातों को पब्लिसिटी से दूर रखना चाहिए। उनका कहना है कि बाएं हाथ को भी नहीं पता लगना चाहिए कि दाएं हाथ ने  क्या किया।

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शाहरुख की एक बहुत ही प्यारी फैमिली है, जिसमें उनकी पत्नी गौरी, बेटी सुहाना जिन्होंने हाल ही में अभिनेत्री बनने की इच्छा जाहिर की है, उनका बड़ा बेटा आर्यन जो विदेश में पढ़ाई करता है और छोटा बेटा अबराम है।

दिल्ली के इस लड़के ने अपने  जीवन के 50 साल में करोड़ों लोगों के दिलों को जीता है। शाहरुख राजा हैं जिनके दुनिया भर में प्रशंसक हैं, वो दुनिया जो अब उनकी मुट्ठी में है।

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