/mayapuri/media/post_banners/5aa0623c15d55217c852e6bec56f7d59a58f613da5f63321d019e4b520a4b49c.jpg)
दीपिका एक बेहद इमोशनल लड़की है, वे अपने अतीत, अपनी जड़ों को कभी नहीं भूलती। बैंगलोर में जन्मी और पली-बढ़ी दीपिका, आज अपने करियर के चलते मुंबई में रहती है। उन्हें बेहद प्यार है अपनी कर्मभूमि से जिसे वे नमन करती है, लेकिन अपने होमटाउन बंगलुरु से भी वे कभी दूर नहीं हुई। जब भी मौका मिलता है वे उड़कर बेंगलोर के अपने निवास में पहुंच जाती है, जहां वे पैदा हुई, खेली कूदी, पढ़ी लिखी। यहां तक कि बेंगलुरु के किसी भी स्कूल, इंस्टिट्यूट की तरफ से, या दोस्त सहेली की तरफ से जब उन्हें न्योता आता है, वे वहां जरूर पहुँच जाती है, चाहे कितनी भी व्यस्त रहे। जैसे 'पद्मावती' के टाइट शूटिंग शेड्यूल के दौरान भी वे आईआईएम बेंगलुरु के न्योते पर, वहां के स्टूडेंट्स तथा अलुम्नी से इंटरएक्टिव सेशन के लिए पहुंची थी, जहाँ इस बिजनेस स्कूल के साथ उन्होंने अपने जीवन और कामयाबी की यात्रा शेयर किया था। हर दिवाली, होली, गणपति त्योहार के कुछ दिन, वे अपने बंगलुरु के घर में ही मनाने का प्रयत्न करती है। वे अपने बचपन के स्कूल में भी यदाकदा विजिट करके, बचपन की यादों को ताजा करती है। उनसे जब इस बारे में बातचीत हुई तो दीपिका की आंखों में खुशी के रंग उभर आए, वे बोली, 'अपने होमटाउन में लौटना हमेशा से ही मेरे लिए एक इमोशनल प्लेज़र रहा है, वहां जो प्यार और ऊष्ण उत्साह से भरा स्वागत मुझे मिलता है उसका कोई जवाब नहीं, कोई नहीं हिसाब नहीं।'