लगता है इन दिनों सजंय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ के खिलाफ कुछ न कुछ करने या बोलने का फैशन सा चल पड़ा है क्योंकि सूत्रों के अनुसार करणी सेना ने मां पद्मावती के सम्मान में एक अनुरोध पत्र सौंपते हुये अनुरोध किया कि सरकारी या गैर सरकारी स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में फिल्म का गीत ‘घूमर’ बजाकर हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश न की जाये। लिहाजा सकूलों के किसी भी सांस्कृतिक कार्यक्रम में इस गीत को न बजाया जाये। हालांकि देवास के जिलाधिकारी आशीष सिंह ने कहा कि उन्होंने परिपत्र वापस लेने का निर्देश दे दिया है। फिल्म में ‘घूमर’ गीत फिल्म में दीपिका पर फिल्माया गया है।
ब्रिटिश सेंसर बोर्ड ने दिया ए 12 सर्टिफिकेट
सूत्र बताते हैं कि दूसरी तरफ ब्रिटिश सेंसर बोर्ड का बयान आया है कि हमने फिल्म पद्मावती को बिना किसी कांट छांट के ए 12 सर्टिफिकेट दे दिया है। इस सर्टीफिकेट का मतलब है कि बारह साल से कम उम्र के बच्चे इस फिल्म को अपने पेरेन्ट्स के साथ देख सकते हैं। जबकि फिल्म के निर्माता वायकॉम 18 का कहना है कि जब तक फिल्म सेंसर बोर्ड यानि सीबीएफसी द्धारा सेंसर नहीं हो जाती, उस वक्त तक वह दुनिया के किसी भी देश में रिलीज नहीं की जायेगी। निर्माता का आगे कहना है चूंकि फिल्म एक दिसंबर को प्रदर्शित होना थी इसलिये पचास से कहीं ज्यादा देशों में यह (प्रमाणन) की प्रक्रिया चल रही है।