बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार पृथ्वीराज कपूर के पाकिस्तान स्थित पैतृक घर को म्यूजियम में तब्दील किया जाएगा। पैकिस्तान सरकार ने यह फैसला लेने के बाद कहा है, कि किस्सा ख्वानी बाजार में मौजूद कपूर खानदान के पैतृक घर को वह म्यूजियम में तब्दील करेगी। बता दें, कि पृथ्वीराज कपूर को हिंदी सिनेमा में अभिनय का पिता कहा जाता है। उनका जन्म साल 1906 में पाकिस्तान के पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में हुआ था।
हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बताया कि उनकी सरकार ने अपने देश में भारतीय सिनेमा के दिग्गज कलाकार पृथ्वीराज कपूर के पैतृक घर को म्यूजियम में बनाने का फैसला किया है। महमूद कुरैशी ने बताया, कि बीते कुछ समय से बॉलीवुड कलाकार ऋषि कपूर पाकिस्तान के किस्सा ख्वानी बाजार स्थित अपने पैतृक घर को म्यूजियम में तब्दील करने की मांग कर रहे थे।
उन्होंने भारतीय मीडिया से बात करते हुए कहा- जाओ ऋषि कपूर को बोल दो कि पाकिस्तान सरकार ने उनकी बात मान ली है। इमरान खान की सरकार ने कहा है कि उनकी सरकार पाकिस्तान की ऐतिहासिक धरोहर को बनाए रखने के लिए हर एक कोशिश कर रही है। गौरतलब है कि पृथ्वीराज कपूर के पिता बशेश्वरनाथ कपूर ने पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में यह हवेली बनाई थी।
बताया जाता है कि पृथ्वीराज कपूर और उनके बेटे राज कपूर का जन्म इस हवेली में हुआ था। साल 1947 में बंटवारे के बाद कपूर खानदान भारत आ गया। इसके बाद हवेली का हस्तांतरण होता गया। 60 कमरों वाली पांच मंजिला यह हवेली अब जर्जर हालत में है। आपको बता दें, कि पर्दे पर शहंशाह अकबर का किरदार निभाने वाले पृथ्वीराज कपूर ने बॉलीवुड को कई शानदार फिल्में दी हैं।
कपूर खानदान से पृथ्वीराज कपूर ने ही सिनेमा में एक्टिंग की नींव डाली थी। इन्होंने हिंदी सिनेमा को पहली बोलती फिल्म दी थी। पृथ्वीराज कपूर ने एक्टिंग की शुरुआत पेशावर के एक थिएटर ग्रुप से की थी। 1929 में पृथ्वीराज कपूर बुआ से कुछ पैसे उधार लेकर बॉम्बे आ गए थे। एक्टर बनने की चाहत रखने वाले पृथ्वीराज कपूर ने 24 साल की उम्र में जवानी से बुढ़ापे तक की भूमिका निभाकर अभिनय की मिसाल पेश की।