परिणीति चोपड़ा
देश में नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विरोध-प्रदर्शन को लेकर बॉलीवुड स्टार्स अपनी-अपनी राय सोशल मीडिया पर दे रहे हैं। कुछ स्टार्स इसका विरोध कर रहे हैं, तो कुछ इसका समर्थन कर रहे हैं। हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा ने भी इसके विरोध में एक ट्वीट कर दिया था। जिसमें उन्होंने लिखा था, जब भी एक नागरिक अपना विरोध करना चाहेगा और यह सब होगा तो सीएए को भूलो, हमें चाहिए कि ऐसा बिल पास करे, जिसमें हम देश को आगे से लोकतांत्रिक ना बता पाएं! अपनी बात कहने के लिए मासूम लोगों को मारना बर्बता है।
परिणीति के इसी ट्वीट के बाद ये खबर आ गई कि उन्हें सरकार विरोधी इस ट्वीट की वजह से हरियाणा सरकार ने अपने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की ब्रैंड एंबेसडर पद से हटा दिया है। बस फिर क्या था सोशल मीडिया पर यूजर्स के कमेंट आने शुरु हो गए। यूजर्स कहने लगे की परिणीति के इसी ट्वीट की वजह से हरियाणा सरकार ने उन्हें एंबेसडर पद से हटा दिया है। लेकिन अब ये कहा जा रहा है कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, ये खबर महज एक अफवाह है।
लेकिन परिणीति के बारे में आई इस खबर पर अब हरियाणा सरकार की ओर से एक बयान जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि परिणीति को एंबेसडर पद से हटाने वाले की खबर बेसलेस और गलत है। दरसअल, वुमन एवं चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट से हरियाणा सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ अभियान के लिए के ब्रैंड एंबेसडर के लिए परिणीति चोपड़ा का कॉन्ट्रैक्ट केवल एक साल के लिए था जो कि अप्रैल 2017 में खत्म हो चुका है। इसके बाद कभी रीन्यू ही नहीं किया गया।
वैसे बता दें कि इससे पहले अभिनेता सुशांत सिंह को भी ‘सावधान इंडिया’ से बाहर कर दिया गया है। उनके बारे में भी चैनल के ओर से यही कहा गया है कि सुशांत सिंह का कॉन्ट्रैक्ट चैनल के साथ खत्म हो चुका है और चैनल ने अपना फॉर्मैट बदल दिया है, इस वजह से सुशांत सिंह को सावधान इंडिया से हटाया गया। उनको हटाने के पीछे दूसरी कोई भी वजह नहीं है।
और पढ़ें- अनुराग कश्यप और अरबाज़ खान के गुस्से से भरे ट्वीट्स के पीछे ये थी कहानी