लॉकडाउन के दौरान खूब बिका पारले जी बिस्किट, 82 सालों का रिकार्ड टूटा, कंपनी से रणदीप हुड्डा की स्पेशल अपील
24 मार्च से लेकर 7 जून तक चले लॉकडाउन के बीच पारले जी बिस्किट ने अपनी शुरुआत से लेकर अभी तक का सबसे अच्छा बिक्री का रिकॉर्ड बनाया है। जी हां, पारले-जी बिस्किट की इतनी अधिक बिक्री हुई है कि 82 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है। 1938 से देश में बिक रहे पारले जी ने पिछले तीन माह में यह नया रिकॉर्ड बनाया है। पारले-जी 1938 से ही लोगों के बीच एक फेवरेट ब्रांड रहा है।
सिर्फ 5 रुपए में मिलने वाला पारले-जी बिस्किट का पैकेट सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने वाले प्रवासियों के लिए भी खूब मददगार साबित हुआ। पारले जी बिस्किट को किसी ने खुद खरीद कर खाया, तो किसी को दूसरों ने मदद के तौर पर बिस्किट बांटे। ऐसे में अब बॉलीवुड एक्टर और नेचर से प्यार करने वाले रणदीप हुड्डा ने पारले जी से खास अपील की है।
रणदीप हुड्डा ने की स्पेशल अपील
?
बॉलीवुड एक्टर रणदीप हुड्डा ने भी पारले जी बिस्किट से जुडे़ यादगार पल को सोशल मीडिया पर शेयर किया है उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, मेरा पूरा करियर थिएटर के दिनों से ही चाय और पारले-जी से जुड़ा है। उन्होंने ये भी लिखा कि अगर पारले-जी ने अपनी पैकिंग को एक वैकल्पिक बायोडिग्रेडेबल सामग्री में बदल दिया, तो प्लास्टिक के कचरे का उपयोग कितना कम होगा?
?
मार्केट शेयर में पांच फीसदी की बढ़ोतरी
?
पारले जी वैसे भी देश में सबसे ज्यादा बिकने वाला बिस्किट ब्रांड है। हालांकि पारले प्रोडक्ट्स कंपनी ने यह नहीं बताया कि कुल कितनी बिक्री बढ़ी है, लेकिन कहा कि कुल मार्केट शेयर में पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। 80 से 90 फीसदी की ये ग्रोथ केवल पारले जी की बिक्री से आई है। कंपनी के कैटेगिरी हेड मयंक शाह ने कहा कि ये अविश्वनीय लग रहा है।
देश भर में कुल 130 फैक्ट्रियां
आपको बता दे , पारले जी प्रोडक्ट्स की देश भर में कुल 130 फैक्ट्रियां हैं, जिनमें से 120 में लगातार उत्पादन हो रहा था। पारले जी ब्रांड 100 रुपये प्रति किलो से कम वाली कैटेगिरी में आता है, जो बिस्किट उद्योग से एक-तिहाई आय अर्जित करता है। वहीं कुल बिस्किट की बिक्री में इसका शेयर 50 फीसदी है।