ऐक्टर-डायरेक्टर और राइटर नीरज वोरा का आज सुबह मुंबई के क्रिटी केयर अस्पताल में निधन हो गया। वे 54 वर्ष के थे। वे पिछले काफी समय से बीमार थे पिछले साल अक्टूबर में उन्हें हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक आया था। इसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स में एडमिट कराया गया था, वहां नीरज कोमा में चले गए थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। नीरज पिछले 10 महीने से कोमा में थे। एम्स से उन्हें उनके दोस्त फिल्म निर्माता फिरोज नाडियाडवाला के घर शिफ्ट कर दिया गया था। फिरोज नाडियाडवाला नीरज की सारी जिम्मेदारी उठा रहे थे। यहां तक फिरोज ने नीरज की अच्छी तरह देख-रेख के लिए अपने जुहू स्थित बंगले के एक कमरे को ICU में बदल दिया था। जहां समय-समय पर फ़िज़ियोथेरपिस्ट, न्यूरो सर्जन, ऐक्यूपंगक्चर थेरपिस्ट और जनरल फिजिशन नीरज का इलाज कर रहे थे।
बॉलीवुड को कई हिट फिल्में दी
अपने 32 साल के करियर में नीरज ने 50 से ज्यादा फिल्मों में अपनी ऐक्टिंग डायरेक्शन और राइटिंग का जलवा बिखेरा। नीरज ने 'फिर हेराफेरी' और 'खिलाड़ी 420' जैसी सफल फिल्मों का निर्देशन किया था। नीरज हेरा फेरी, गोलमाल, ये तेरा घर ये मेरा, और दौड़ जैसी सफल फिल्मों के राइटर भी थे। नीरज अच्छे डायलॉग लिखने के लिए भी जाने जाते थे उन्होंने 'रंगीला', 'अकेले हम अकेले तुम', 'ताल', 'जोश', 'बदमाश', 'चोरी चोरी चुपके चुपके' और 'आवारा पागल दीवाना' जैसी फिल्मों के संवाद लिखे थे। नीरज 'हेराफेरी 3' की स्क्रिप्ट और निर्देशन पर काम कर रहे थे लेकिन बीमारी के कारण रुकावट आ गई। मायापुरी परिवार नीरज वोरा के निधन पर उन्हें श्रदांजलि अर्पित करता है।