'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में एक नया मोड़ आता है जब पोपटलाल को पैसे की जरूरत होती है और भिड़े उसे 2000 रूपये उधार देता है। अगले दिन वो पैसे लौटने के लिए पोपटलाल एटीएम से पैसे निकालता है। रास्ते में उसे एक बहुत गरीब और जरूरतमंद परिवार मिलता है और पोपटलाल उन्हें 5000 रूपये दे देता है। बदले में वे पोपटलाल को एक लॉटरी का टिकट देते हैं।
पोपटलाल इस बात को पुरुष मंडल को बताता है और देखने पर पता चलता है कि लॉटरी का नंबर भिड़े के मोबाइल नंबर जैसा है। गलती से भिड़े के हाथ से पोपट की कमीज पर सोडा गिर जाता है और पोपटलाल अपनी शर्ट धोने के लिए दे देता है। उसकी जेब में लॉटरी का टिकट पड़ा हुआ है।
अगले दिन भिड़े जब अख़बार पढ़ता है तब उसे पता लगता है कि पोपट ने 1 करोड़ की लॉटरी जीती है। जब सब गोकुलधाम वाले पोपट को जगा कर ये अच्छी खबर सुनाते हैं तब उसे पता लगता है कि लॉटरी का टिकट तो खो गया है।
क्या होगा अब? क्या पोपटलाल की लॉटरी का टिकट कमीज के साथ धुल कर खत्म हो चुका है ? क्या पोपट जीत कर भी हार जायेगा?