फिल्म 'पद्मावती' को लेकर चल रहा विवाद सुप्रीम कोर्ट के बाद अब पीएम तक पहुंच गया है. मेवाड़ राजघराने ने फिल्म पर रोक लगाने के लिए पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है.
'किसी को भी इतिहास से छेड़छाड़ करने की इजाजत नहीं है
खबरों के मुताबिक पीएम को लिखी में मेवाड़ राजघराने ने इतिहास से छेड़छाड़ करने के आरोप में फिल्म 'पद्मावती' पर रोक लगाने की मांग की है. मेवाड़ राजघराने का कहना है कि 'किसी को भी इतिहास से छेड़छाड़ करने की इजाजत नहीं है. पीएम को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए'. मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और पद्मिनी के वंशज विश्वराज सिंह का कहा है कि 'रानी पद्मिनी पर आधारित फिल्म 'पद्मावती' में इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है,जो बिल्कुल भी सही नहीं है'.
हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत
उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि फिल्म मेकर्स ने फैक्ट्स को जानने कि लिए हमें कभी अप्रोच नहीं किया. वहीं राजस्थान के अलग-अलग जगहों पर फिल्म के कंटेट को लेकर विरोध किया जा रहा है. आपको बता दें कि जयपुर के पूर्व राजघराने की सदस्य और बीजेपी विधायक राजकुमारी दीया कुमारी ने फिल्म 'पद्मावती' के रिलीज का विरोध करने के लिए जयपुर में गोविंद देव जी मंदिर से हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की है.
पहले फिल्म रिलीज हो
इस बीच संजय लीला भंसाली के लिए एक राहत की खबर ये भी है कि राजस्थान के बूंदी राजघराने की महारानी मयूरी सिंह का कहना है कि, 'अभी फिल्म रिलीज नहीं हुई हैं, पहले फिल्म रिलीज हो और दर्शकों को दिखाई जाए. तभी इस बात फैसला होगा कि क्या सही है और क्या गलत'.