पिछले कई महीनों से साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत के राजनीति में आने की चर्चा जोरो पर थी और अब चर्चा पर विराम लग गया है। जी हां रजनीकांत ने राजनीति में आने और अपनी नई पार्टी बनाने की घोषणा कर दी हैं। इस घोषणा के बाद से जहां उनके फैंस में भारी खुशी है तो वहीं सोशल मीडिया पर भी लोग इसे लेकर ट्वीट कर रहे हैं और अपनी शुभकामनाएं शेयर कर रहे हैं।
सच्चाई, काम और विकास पार्टी का मूलमंत्र
राजनीति में आने के बाद रजनीकांत ने अपने भाषण में कहा कि वे अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वे नई पार्टी बनाएंगे और चेन्नई की सभी 234 सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेंगे। रजनीकांत ने कहा कि इन दिनों लोकतंत्र बुरी स्थिति में है और सभी राज्य तमिलनाडु का मजाक उड़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं इस बात का फैसला नहीं करता तो अपने आप को दोषी मानता। रजनीकांत ने आगे कहा कि लोकतंत्र के नाम पर नेता हमें हमारी ही जमीन पर हमारे ही पैसे लूट रहे हैं। हमें इसे जड़ से बदलने की जरूरत है। अपनी पार्टी के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि सच्चाई, काम, और विकास उनकी पार्टी के तीन मंत्र होंगे।
साउथ के लोगों के लिए भगवान है रजनी
रजनीकांत एक ऐसा नाम जो दक्षिण भारतीय लोगों के लिए एक भगवान की तरह ही है। उनकी एक झलक पाने के लिए उनके प्रशंसक कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। ऐसे में राजनीति के जानकारों और तमिलनाडु के जनता का मानना है कि रजनीकांत की सियासी पारी तमिलनाडु में जयललिता के जाने के बाद रिक्त हुए स्थान को भरने का काम करेगी।
पिछले 50 साल से तमिलनाडु की सियासत पर सितारों का राज
तमिलनाडु देश का ऐसा इकलौता राज्य है, जहां की राजनीति में हमेशा से ही फिल्मी सितारों का दबदबा कायम रहा है। इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं की बीते करीब 50 साल में इस राज्य में वही मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा जो, जो तमिल फिल्मों का भी चेहरा रहा। 1967 से आज तक तमिलनाडु में केवल फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा शख्स ही मुख्यमंत्री बना है।