डायरेक्टर राजकुमार हिरानी अपनी हाल ही में रिलीज हुई फिल्म डंकी की सफलता का आनंद ले रहे हैं. इमोशनल ड्रामा सभी का दिल जीत रहा है. खैर, इसके बीच उन्होंने संजय दत्त स्टारर प्रतिष्ठित मुन्ना भाई फ्रेंचाइजी की लंबे समय से प्रतीक्षित तीसरी किस्त पर एक रोमांचक अपडेट की पेशकश की है. यह फिल्म प्रशंसकों के बीच सबसे बहुप्रतीक्षित कॉमेडी में से एक है. हाल ही में एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने तीसरे पार्ट की संभावना का संकेत दिया था.
मुन्ना भाई 3 पर राजकुमार हिरानी ने कही ये बात
एएनआई से बात करते हुए, राजकुमार हिरानी ने कहा, “मुन्ना भाई के साथ हमारा संघर्ष यही रहा है कि पिछली दो फिल्में इतनी अच्छी बन गई हैं कि मेरे पास 5 आधी लिखी स्क्रिप्ट्स अभी तक पड़ी हैं. मेरी अक्सर बात होती रहती है संजू (संजय दत्त) से. वो कहता है कि एक बनाना चाहिए. अभी ये डंकी ख़तम हुई है तो अब मैं खोलूंगा पिटारा पुरानी कहानियों का. मन तो है कि एक मुन्ना भाई और बना है पीआर कब वो मुझे अभी नहीं पता.”
मुन्ना भाई में शाहरुख खान थे पहली पसंद
यह तो सभी जानते हैं कि मुन्ना भाई के लिए शाहरुख खान पहली पसंद थे लेकिन उन्हें यह भूमिका संजय दत्त को सौंपनी पड़ी. एक नए इंटरव्यू में, शाहरुख ने आखिरकार इस बारे में खुलासा किया कि उन्हें फिल्मों को क्यों छोड़ना पड़ा. सऊदी अरब के मंच एमबीसी ग्रुप के साथ बात करते हुए, शाहरुख ने खुलासा किया कि कंधे की चोट के कारण उनकी मृत्यु मुन्ना भाई से हुई, जबकि 3 इडियट्स एक अन्य फिल्म के साथ टकराव कर रही थी जिस पर वह काम कर रहे थे. “दरअसल, हम बहुत पुराने दोस्त हैं. जब उन्होंने एक निर्देशक के रूप में अपना करियर शुरू किया - वे एक संपादक थे - उन्होंने मुन्ना भाई एमबीबीएस नामक एक फिल्म लिखी. मुझे अभी भी याद है, मैं देवदास के लिए एक सीन शूट कर रहा था, जिसमें मेरी मौत होने वाली थी. और यह सज्जन आए और कहा, 'मेरे पास एक स्क्रिप्ट है',' शाहरुख ने याद किया.
हाल ही में, मुन्ना भाई ने 20 साल पूरे किए और संजय दत्त ने फिल्म के यादगार दृश्यों वाला एक वीडियो असेंबल साझा किया था, जिसमें पिछले दो दशकों में उनके अटूट समर्थन के लिए दर्शकों का आभार व्यक्त किया गया था.
मुन्ना भाई फ्रेंचाइजी के बारे में
मुन्ना भाई एमबीबीएस के कलाकारों में अरशद वारसी, दिवंगत अभिनेता सुनील दत्त, ग्रेसी सिंह, बोमन ईरानी और जिमी शेरगिल शामिल हैं. कॉमेडी ड्रामा 2003 में रिलीज़ हुई थी और इसकी दूसरी किस्त का नाम लगे रहो मुन्ना भाई था.