भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा की कैटेगिरी में अधिकारिक रूप से भेजी गई फिल्म 'न्यूटन' ऑस्कर की दौड़ से बाहर हो गई है। एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्टस एंड सांइसेज ने घोषणा की, कि अमित मर्सुकर के निर्देशन में बनी गंभीर कॉमेडी फिल्म न्यूटन उन नाइन फिल्मों का हिस्सा नहीं रह पाई जिन्हांने अगले चरण की वोटिंग में जगह बनाई है।
जिन फिल्मों ने जगह बनाई है उनमें ए फैंटेस्टिक वूमैन (चिली) इन द फेड (जर्मनी) ऑन बाडी एन सोल (हंगरी) फॉक्सट्रोट (इजराइल) द इन्सल्ट (लेबनान) लवलेस (रूस) फैलीसाइट (सेनेगल) द वुंड ( दक्षिणी अफ्रिका) तथा द स्केवयर (स्वीडन)। राजकुमार राव, पंकज त्रिपाठी तथा रघुवीर यादव की फिल्म न्यूटन में छत्तीस गढ़ के आदिवासियों की वोटिंग की व्यवस्था का घोलमाल दिखाया गया है।
5 मार्च को ऑस्कर अवॉर्ड्स
अभी तक किसी भी भारतीय फिल्म को ऑस्कर नहीं मिल पाया है। अभी तक ऑस्कर में अंतिम पांच तक पंहुचने वाली फिल्मों में लगान, मदर इंडिया तथा सलाम बॉम्बे के नाम हैं। ऑस्कर अवार्ड का आयोजन 5 मार्च को लास एजेंलिस में किया जाने वाला है।