डिस्कवरी चैनल पर आने वाले शो Man VS Wild का हर कोई दीवाना है। ये शो पूरी दुनिया में काफी पॉपुलर है और शो के होस्ट बेयर ग्रिल्स के तो क्या कहने। दुनिया के सबसे घने जंगलों, बीहड़ों, बर्फीले वीरान इलाकों और कुछ ख़तरनाक रेगिस्तान में फंसने के बाद सर्वाइव करने के तरीके बताते बेयर ग्रिल्स की एक्टिविटीज़ सभी को काफी पसंद आती हैं। कुछ महीने पहले ये शो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से कुछ ज्यादा ही चर्चा में रहा था और अब एक बार फिर Man VS Wild सुर्खियां बंटोर रहा है। उसका कारण है इस शो के साथ रजनीकांत का नाम जुड़ना। जी हां...बताया जा रहा है कि साउथ के भगवान कहे जाने वाले रजनीकांत अब इस शो का हिस्सा बनने जा रहे हैं। बेयर ग्रिल्स के साथ वो Man VS Wild में नज़र आएंगे। शो की शूटिंग कर्नाटक के बांदीपुर टाइगर रिज़र्व में हो रही है। कर्नाटक फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने खुद इस ख़बर को कंफर्म किया है। वहीं बेयर ग्रिल्स भी शो की शूटिंग के लिए सोमवार को ही 18 लोगों की टीम के साथ भारत पहुंच गए थे।
तीन दिनों तक चलेगी शूटिंग
Man VS Wild की शूटिंग बांदीपुर के जंगलों में हो रही है। मंगलवार से शुरू ये शूटिंग तीन दिनों तक चलेगी। जिसमें जंगल के अंदर रजनीकांत और बेयर ग्रिल्स एडवेंचर करते नज़र आएंगे। जल्द ही ये शो डिस्कवरी चैनल पर टेलीकास्ट होगा।
अक्षय कुमार भी कर सकते हैं शूट
वहीं ऐसी ख़बरें भी हैं कि रजनीकांत के अलावा अक्षय कुमार भी 30 जनवरी को Man VS Wild के लिए शूट कर सकते हैं। हालांकि इसकी कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है लेकिन ख़बर है कि 28 से 30 जनवरी तक हर दिन स्पेशल गेस्ट के साथ 6-6 घंटे की शूट की परमीशन दी गई है और 30 जनवरी को खिलाड़ी अक्षय कुमार शूट करेंगे।
पीएम मोदी भी बन चुके हैं Man VS Wild का हिस्सा
रजनीकांत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इस शो का हिस्सा बने थे। 12 अगस्त, 2019 को ये शो डिस्कवरी चैनल पर टेलीकास्ट हुआ था। जिसमें पीएम मोदी बिल्कुल अलग अंदाज़ में नज़र आए थे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ Man VS Wild का ये पूरा एपिसोड उत्तराखंड राज्य के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में शूट किया गया था। पीएम मोदी के साथ शूट हुए इस एपिसोड की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसने सुपर बॉल के इवेंट को भी पीछे छोड़ दिया था।
बांदीपुर फॉरेस्ट के खास होने की वजह
1974 में स्थापित बांदीपुर रिज़र्व फॉरेस्ट एक समय में मैसूर के राजा का प्राइवेट हंटिंग रिज़र्व हुआ करता था। लेकिन 874.2 वर्ग किलोमीटर एरिया में फैले इस जंगल को बाद में रिज़र्व फॉरेस्ट घोषित कर दिया गया। आपको बता दें कि ये फॉरेस्ट मैसूर शहर से 80 किलोमीटर दूर ऊटी के रास्ते में हैं जहां हर साल सैलामी पहुंचते हैं।