काजोल-रानी-शरबानी के साथ रंग-बरसे की मस्ती ‘सिंदूर खेला- चैतन्य पडुकोण By Mayapuri 07 Oct 2022 | एडिट 07 Oct 2022 07:17 IST in ताजा खबर New Update Follow Us शेयर बॉम्बे सर्बोजेनिन दुर्गा पूजा समिति (75 वें वर्ष) में! यह अच्छी तरह से आयोजित स्टार-स्टडेड बॉम्बे सरबोजनिन दुर्गा पूजा समिति महा में बिजॉयदशमी दिवस (दशहरा) पर ‘सिंदूर खेला उत्सव‘ की भव्य, अंतिम दिन की परंपरा में खुशी-खुशी और भावनात्मक विदाई-आँसू के साथ एक सुपर-सेलिब्रेटी मूड था. -उत्सव -2022 (अपने 75 वें वर्ष में)! जो इस साल जुहू-ट्यूलिप स्टार-(वी होटल्स) के विशाल लॉन में आयोजित किया गया था. अलंकृत भव्य दिव्य खड़ा महल ‘शीश महल मंदिर परिसर‘ सेट के ऊपर. हजारों उत्साही भक्तों ने अपने उत्सव के सर्वश्रेष्ठ जातीय परिधान पहने थे क्योंकि उन्होंने 11 फीट लंबी पर्यावरण के अनुकूल मां दुर्गा की मूर्ति के प्रति अपनी भक्ति की पेशकश की थी. उत्साही ख्दोनों बंगाली और गैर-बंगाली, महिलाएं ज्यादातर चमकीले सिंदूर- ख्सिंदूर, लाल रंग की साड़ी और जातीय पोशाक पहने हुए थीं और आकर्षक रूप से आकर्षक लग रही थीं फिर भी इतनी गरिमापूर्ण. देबू-दादा ख्देब मुखर्जी, ने कहा, “माँ दुर्गा ही हैं जो हर साल अपने आशीर्वाद की बौछार से यह सब सफलतापूर्वक पूरा करती हैं.” मुखर्जी परिवार में महिलाओं के अलावा, उत्सव के आयोजन में शामिल. ग्लैमर-मुखर्जी परिवार करिश्माई सितारों काजोल, रानी मुखर्जी-चोपरा, शरबानी मुखर्जी, और तनीषा सहित पांच दिवसीय कार्यक्रम का सक्रिय रूप से समर्थन करने वाले सेलिब्रिटी टर्न-आउट ने भी ‘सिंदूर-खेला‘ में स्वतंत्र रूप से भाग लिया और एक-दूसरे को स्मियर किया. लाल-सिंदूर बड़े उत्साह और उल्लास के साथ. ग्लैमर-सेलेब टर्न-आउट में जीवंत शर्लिन चोपड़ा, तनुश्री दत्ता, सुमोना चक्रवर्ती, जिया मानेक, मॉडल-अभिनेत्री माधवी लॉरे और अभिमन्यु सिंह और बबलू (केश्टो) जैसे लोकप्रिय कलाकार भी शामिल थे. पिछली रातों में, सोनू निगम, अमित कुमार और प्रीतम जैसे शीर्ष सेलेब गायकों द्वारा उसी होटल लॉन-स्थल के भीतर लाइव संगीत कार्यक्रम आयोजित किए गए थे जहां उत्कृष्ट ध्वनि सुविधाओं और ऊंचे मंच के साथ एक विशेष हॉल बनाया गया है. दिवंगत दिग्गज बप्पी-दा लाहिरी को उनकी बेटी रेमा लाहिरी-बंसल और उनके पोते जूनियर रॉकस्टार-गायक रेगो बी द्वारा समन्वित एक विशेष संगीतमय श्रद्धांजलि भी थी. जैसे ही सभी उत्साही भक्तों ने अपनी भक्ति श्रद्धा अर्पित की और मां दुर्गा देवी की पवित्र विशाल सुंदर मूर्ति को भावभीनी विदाई दी. विजय दशमी दशहरा अंतिम दिन. इस दिन मां ने महिषासुर को परास्त कर मारा था. देवी पूजा- मां को दही, शहद और दूध से भोग लगाया जाता है.. इसे चरणामृत कहते हैं पुजारी-आसन पर बैठे पुजारी पवित्र बर्तन के पास एक फूल लेकर उसे उत्तर दिशा में रखते हैं क्योंकि मां कैलाश से हैं. फिर पुजारी उस पवित्र दर्पण को लेता है जो बर्तन पर था और विसर्जन का अनुष्ठान करता है. यह वही शीशा है जो मां के स्वागत के लिए इस्तेमाल किया जाता था क्योंकि उसका प्रतिबिंब दर्पण पर होता है. सिंदूर उत्सवः विवाहित महिलाएं मां के माथे पर सिंदूर लगाती हैं और मिठाई चढ़ाती हैं जिसके बाद अन्य सभी महिलाएं एक-दूसरे के माथे पर सिंदूर लगाती हैं. इसके बाद कनक अंजलि आती है जब माँ अपने पति के घर वापस जा रही होती है #Bombay Sarbojanin Durga Puja Samiti #Sindoor Khela हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Advertisment Latest Stories Read the Next Article