Rekha shares fond memories of her mother Pushpavalli: एक्ट्रेस रेखा (Rekha) भले ही फिल्मों से दूर हैं, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं. उन्हें अक्सर अवॉर्ड शो, इवेंट और बॉलीवुड पार्टियों में देखा जाता है. दिग्गज अभिनेत्री रेखा हाल ही में एक इंटरनेशनल मैगजीन के कवर पर नजर आईं. एक शानदार फोटोशूट के लिए वह गोल्डन ड्रेस में नजर आई थी. इस दौरान रेखा ने अपनी मां पुष्पावल्ली (Pushpavalli) के उन पर प्रभाव के बारे में विस्तार से बात की.
रेखा की गुरु थींं उनकी मां पुष्पावल्ली (Rekha shares memories of her mother Pushpavalli)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक इंटरव्यू के दौरान रेखा ने अपनी मां पुष्पावल्ली से जुड़ी की यादें शेयर कीं. उन्होंने कहा कि उनकी मां हमेशा कहती थीं कि मुझे 'आंखों की चमक' कभी नहीं खोनी चाहिए. वहीं रेखा का जन्म प्रसिद्ध तमिल अभिनेता जेमिनी गणेशन और तेलुगु स्टार पुष्पावल्ली के घर हुआ था. अपनी मां पुष्पावल्ली को अपना गुरु बताते हुए और अपने जीवन के सबक का खुलासा करते हुए, रेखा ने बताया, “मेरी मां मेरी गुरु थीं, वह इतनी दयालु महिला थीं कि वह एक देवी, एक देवी की तरह महसूस करती थीं.उन्होंने मुझे सज्जनता और प्रेम के साथ जीने की कला सिखाई. वह हमेशा कहती थी कि मुझे 'आंख की चमक' या 'आंखों की चमक' कभी नहीं खोनी चाहिए, क्योंकि यह वह आनंददायक धारणा है जो किसी को एक छोटे से बीज की सुंदरता की सराहना करने के लिए प्रेरित करती है जो एक राजसी पेड़ में विकसित होता है. उन्होंने मुझे बुद्धिमानी से यह भी सलाह दी कि मैं जो पसंद करता हूं उसका अभ्यास करूं, न कि जो मैं उपदेश देता हूं. उन्होंने मेरे लिए मानक स्थापित किए क्योंकि मेरी मां बात पर खरी उतरीं.''
रेखा की मां ने उन्हें दी थीं ये सीख
अपनी बात को जारी रखते हुए रेखा ने बताया कि कैसे उनकी मां ने उन्हें सिखाया कि 'प्रामाणिकता ही कुंजी है'. उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मां ने एक ऐसा घर बनाया जहां सूफी संगीत, उर्दू शायरी (कविताएं), चेट्टीनाड कला और साउथ इंडियन संस्कृति का जश्न मनाया जाता था. रेखा ने शेयर किया कि उनकी मां 'सिंथेटिक्स, प्लास्टिक के बिना रहती थीं और शुद्ध जैविक कपड़े पहनती थीं' और सौंदर्य के प्रति आराधना की यह भावना उनके साथ बनी रही.