Advertisment

Richa Chadha का कहना है कि अगर 'Fukrey' न होती तो भोली ना होती और ना ही अपने हमसफर Ali Fazal से मिलती

author-image
By Sulena Majumdar Arora
New Update
Richa Chadha का कहना है कि अगर 'Fukrey' न  होती तो भोली ना होती और ना ही अपने हमसफर Ali Fazal से मिलती

अभिनेत्री ऋचा चड्ढा आज 14 जून को ब्लॉकबस्टर फिल्म "फुकरे" का एक दशक पूरा करने के साथ अपनी जर्नी का जश्न मना रही हैं. यह फिल्म उनके दिल में एक विशेष स्थान रखती है, न केवल इसलिए कि इस फिल्म ने उन्हें उनके करियर में सबसे प्रेस्टिजिअस कैरेक्टर में से एक प्रदान किया, बल्कि इसलिए भी कि उन्हें फिल्म के सेट पर अपने हमसफर और जीवन साथी, अली फज़ल से भी मिलवाया. इस जोड़े ने पिछले साल एक भव्य समारोह में शादी की, जिसने दुनिया भर के प्रशंसकों से स्नेह और आशीर्वाद बटोरा.

मृगदीप सिंह लांबा द्वारा निर्देशित कॉमेडी-ड्रामा "फुकरे" 2013 में रिलीज़ हुई थी और इसका सीक्वल 2017 में रिलीज़ हुआ था और अपनी प्रफुल्लित करने वाली कहानी और यादगार किरदारों के साथ तुरंत हिट हो गई थी. ऋचा चड्ढा के बेबाक और ना भूलने वाला किरदार, भोली पंजाबन के चित्रण ने न केवल उनकी असाधारण अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया, बल्कि हाल के फिल्म इतिहास में सबसे प्रिय पात्रों में से एक बन गया, जिसने हिंदी फिल्मों में कॉमेडी में महिलाओं के लिए एक नई जगह बनाई, एक ऐसा स्थान जो अक्सर अनदेखा होता है. 

जैसा कि फ्रैंचाइज़ी ने एक दशक का अपना मील का पत्थर पूरा कर लिया है, ऋचा कहती हैं कि इसकी रिलीज़ के बाद से उनकी अमेज़िंग यात्रा रही है, जिसने उन्हें आधुनिक सिनेमा में सबसे प्रेस्टिजिअस महिला कॉमेडी पात्रों में से एक बना दिया और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह अपने साथी अली फज़ल से सेट पर मिलीं और 2013 में दोस्ती के रूप में जो शुरू हुआ, वह एक महाकाव्य प्रेम कहानी में बदल गया और दोनों अब शादीशुदा हैं. 

ऋचा चड्ढा ने इस फ़िल्म के सालगिरह के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, "यह विश्वास करना अविश्वसनीय है कि 'फुकरे' को रिलीज़ हुए 10 साल हो चुके हैं. यह फिल्म मेरे लिए कई मायनों में गेम-चेंजर रही है. इसने न केवल मुझे भोली पंजाबन जैसे रोल को चित्रित करने का अवसर दिया , जो मेरे करियर में एक प्रतिष्ठित भूमिका बन गई है, लेकिन इसने मुझे मेरे जीवन के प्यार, अली से भी परिचित कराया. 'फुकरे' मेरे दिल में हमेशा एक विशेष स्थान रखेगा." 

फुकरे और फुकरे रिटर्न्स देने के बाद फुकरे फ्रेंचाइजी के निर्माता अब तीसरी किस्त के साथ तैयार हैं जो इस साल 1 दिसंबर को रिलीज़ होने वाली है.ऋचा चड्ढा सिर्फ एक अभिनेत्री ही नहीं बल्कि उससे कहीं ज्यादा हैं, वह भावनाओं और प्रतिभा का एक पावरहाउस हैं जिसने बॉलीवुड में एक नयापन ला दिया है. स्टारडम की उनकी यात्रा एक रोलरकोस्टर की सवारी रही है, जो संघर्षों, जीत और उसके बीच में कई और घटनाओं  से भरी हुई है. इन वर्षों में, ऋचा अपने परफॉर्मेंस से दर्शकों के दिलों पर कब्जा करने में कामयाब रही हैं जो किसी जादू से कम नहीं हैं.

जब आप ऋचा को स्क्रीन पर देखते हैं, तो आप हर दृश्य में उनकी भावनाओं को महसूस किए बिना नहीं रह पाते हैं. उनके पास अपने दर्शकों के साथ जुड़ने और उन्हें उन्हीं भावनाओं से गुजारने का एक तरीका है जिससे उनका चरित्र गुजर रहा होता है. चाहे टूटे हुए दिल का दर्द हो, प्यार में पड़ने की खुशी हो या अन्याय पर गुस्सा, ऋचा इन सभी भावनाओं को सहजता और गहराई से चित्रित करती हैं.एक बहुमुखी अभिनेत्री होने के नाते उन्होंने चुनौतीपूर्ण भूमिकाएँ निभाकर बार-बार अपनी सूक्ष्मता साबित की है. गैंग्स ऑफ वासेपुर, मसान से लेकर फुकरे तक ऋचा ने एक अभिनेत्री के रूप में अपनी अनोखी रेंज दिखाई है.

लेकिन यह सिर्फ उनका अभिनय कौशल नहीं है जो ऋचा को सबसे अलग खड़ा करता है, यह उनका व्यक्तित्व भी है जो उन्हे उल्लेखनीय बना देती वह उन लोगों में से हैं जो अपने मन की बात कहने से कभी नहीं डरती हैं और वह जो मानती हैं उसके लिए खड़ी होती हैं. चाहे वह इंडस्ट्री में सेक्सिज्म का आह्वान करना हो या एक्‍टर्स के लिए बेहतर काम करने की स्थिति की वकालत करना हो, ऋचा की आवाज वह है जो जोर से और स्पष्ट रूप से सुनी जाती है. ऋचा चड्ढा  भावनाओं, प्रतिभा और जुनून से भरी एक इंसान हैं. पर्दे पर उनका प्रदर्शन उनके शिल्प के प्रति समर्पण का एक मिसाल है और ऑफ-स्क्रीन, उसकी मुखर प्रकृति और सक्रियता से पता चलता है कि वह न केवल एक सुंदर चेहरा है, बल्कि एक ताकत है.

Advertisment
Latest Stories