Rishi Kapoor Revealed He And Ranbir Kapoor Lived Separately: रणबीर कपूर (Ranbir Kapoor) ने संदीप रेड्डी वांगा की एनिमल के साथ अपने करियर की एक और ब्लॉकबस्टर फिल्म दी है. फिल्म बॉक्स ऑफिस पर काफी ताबड़फोड़ कलेक्शन कर रही हैं. इस फिल्म में उन्होंने एक पिता और बेटे के बीच टूटे हुए रिश्ते को दर्शाया गया है. फिल्म की सफलता के बीच, एक कार्यक्रम में रियल जिंदगी के पिता और पुत्र ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) और रणबीर कपूर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिस पर फैंस की प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं.
एक साथ नहीं रहते थे ऋषि कपूर और रणबीर कपूर
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में रणबीर कपूर , ऋषि कपूर और नीतू कपूर एक इवेंट में नजर आएं थे वहीं इस वीडियो की शुरुआत रणबीर द्वारा ऋषि कपूर को 'हाय पापा' कहकर अभिवादन करने से होती है. कुछ देर रुकने के बाद ऋषि कपूर वहां मौजूद मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने कहा, “मैं आपको एक बात बता दूं कि हम अलग-अलग घरों में रहते हैं. यह एक संयोग है कि हम दोनों एक ही समय पर यहां आए और हम आपके सामने एक साथ हैं”.
जब ऋषि कपूर को आया था गुस्सा
वहीं वीडियो में आप देख सकते है कि रणबीर अपने पिता की बातें सुनकर कहते है कि,"शिकायत नहीं है". वीडियो में आगे रणबीर कपूर संभवतः अपनी मां नीतू कपूर की तारीफ करते हैं . दूसरी ओर, ऋषि कपूर प्रेस के किसी व्यक्ति पर गुस्सा हो जाते हैं. उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “ये इनका चिलाना कौन सुनेगा? पहले वो चिल्लाना बंद करे”.
रणबीर के घर छोड़ने पर ऋषि कपूर को लेकर कहीं थी ये बात
साल 2015 में एक इंटरव्यू के दौरान ऋषि कपूर ने व्यक्त किया था कि रणबीर के पारिवारिक घर को छोड़ने के फैसले को ऋषि और नीतू कपूर दोनों ने कैसे स्वीकार किया था. उन्होंने कहा था कि "जब मैं शादी के बाद बाहर गया तो मेरे पिता ने मुझे जगह दी और मैं रणबीर को देता हूं. उनका स्थान भी तब बदल गया जब उन्होंने बाहर जाने और अपनी गर्लफ्रेंड के साथ एक घर शेयर करने का फैसला किया. इस घर में, उसके पास एक कमरा था: वह एक 33 वर्षीय लड़के के लिए पर्याप्त कैसे हो सकता था? वह एक महान बेटा है, वह मेरी बात सुनता है लेकिन मैं उसके करियर में रोक-टोक नहीं करता क्योंकि मेरा करियर मेरा है और उसका करियर भी है. मैं जानता हूं कि मैंने रणबीर के साथ अपने रिश्ते को खराब कर लिया है, भले ही मेरी पत्नी मुझे बताती रही कि मैं क्या कर रहा हूं. इसे बदलने में अब बहुत देर हो चुकी है. हम दोनों ही बदलाव के साथ तालमेल नहीं बैठा पाएंगे. यह ऐसा है जैसे यह कांच की दीवार है, हम एक-दूसरे को देख सकते हैं, हम बात कर सकते हैं, लेकिन बस इतना ही. वह अब हमारे साथ नहीं रहते, यह भी मेरे और नीतू के लिए बहुत बड़ा झटका है. हम एक नया घर बना रहे हैं जहां उनके और उनके परिवार के लिए काफी जगह होगी. तब तक, जीवन चलता रहेगा''.