बॉलीवुड के दबंग खान कहे जाने वाले सलमान खान आज पूरे 53 हो गए हैं. सलमान खान के बारे में हजारों बाते हैं, जो सलमान के फैन जानना चाहते हैं, लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं सलमान खान के दादाजी के बारे में. जासिम खान ने अपनी किताब 'बीइंग सलमान' में सलमान खान के दादा अब्दुल राशिद खान के बारे में बहुत विस्तार से लिखा है. अगर आप इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि सलमान खान के अंदर दबंगई कहां से आई है तो 'बीइंग सलमान' इसमें आपकी मदद कर सकती है, क्योंकि जिस तरह का व्यक्तित्व सलमान खान का है, वैसा ही कभी उनके दादजी का हुआ करता था.
अब्दुल राशिद खान ने पुलिस सर्विस ऑफ होलकर ज्वॉइन की थी
किताब में जासिम खान ने उस वक्त का जिक्र किया है, जब इंदौर स्टेट हुआ करता था. वे बताते हैं कि 1915 में सलमान खान के दादा अब्दुल राशिद खान ने पुलिस सर्विस ऑफ होलकर ज्वॉइन की थी. उन्हें सीधे डिप्टी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) की पोस्ट दी गई. लेकिन उनका रिटायरमेंट DIG की पोस्ट से हुआ था. यह उस वक्त आईजी के बाद पुलिस डिपार्टमेंट की यह दूसरी बड़ी पोस्ट हुआ करती थी. किताब के मुताबिक, सलमान खान के दादाजी कभी अपनी यूनिफॉर्म नहीं पहनते थे.
वे अक्सर खुली जीप में घूमते थे. किताब में बताया गया है कि सलमान के दादाजी कभी अपनी रिवॉल्वर अपने पास नहीं रखते थे और न ही कभी उन्होंने अपने घर पर ताला लगाया. किताब में इस बात की तरफ इशारा करती है कि सलमान के दादाजी न केवल दबंग बल्कि फिल्मी ऑफिसर रहे होंगे, क्योंकि उनके अंडर काम करने वाले ऑफिसर उन्हें सर की बजाय मिया कहकर बुलाया करते थे. गौरतलब है कि सलमान खान जब भी पुलिसिया किरदार निभाते हैं उनमें उनकी एक्टिंग देखते ही बनती है.