अपनी आत्मकथा द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ की सफलता से उत्साहित, दिग्गज अभिनेता-निर्माता संजय खान, जो आमतौर पर अपनी पार्टियों को निजी रखना पसंद करते हैं, इस बार अपने जन्मदिन समारोह मनाने वाले हैं. इससे भी दिलचस्प बात यह है कि अभिनेता-निर्माता अपने जन्मदिन पर अपनी अगली किताब की घोषणा करने की योजना बना रहे हैं. “अस्सलावलीकुम वतन” शीर्षक वाली यह किताब, खान की हाल ही में जारी आत्मकथा द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ के बाद दूसरी किताब होगी. द बेस्ट.. इस साल की बेस्टसेलर बन गई है।
इस उत्सव को भव्य रूप दिया जाएगा, जिसमें बी-टाउन और राजनीति के दोस्तों सहित उनके सभी दोस्तों की उपस्थिति होगी और वे उनके जन्मदिन समारोह का हिस्सा होंगे।
संजय खान कहते हैं, 'मैं वास्तव में हर साल अपना जन्मदिन नहीं मनाता, लेकिन इस साल यह एक अपवाद है. मैं मेरी पुस्तक 'द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ' की सफलता से खुश हूं और अब मैं अपने जन्मदिन पर अपनी दूसरी पुस्तक“ अस्सलावलीकुम वतन” की घोषणा करने की योजना बना रहा हूं. मेरे जन्मदिन पर पुस्तक का विवरण सामने आएगा।”
'द बेस्ट मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ' शीर्षक से हाल ही में जारी की गई आत्मकथा में अभिनेता-लेखक ने अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ बॉलीवुड और इसके बाहर की यात्रा को दिखाया है. फिल्मों से लेकर राजनीति तक, मौत के मुहाने तक पहुंच चुके जीवन समेत जिन्दगी के सभी लम्हों के बारे में इस किताब में संजय खान ने बखूबी कलम चलाया है. इस पुस्तक का मुंबई में दिवाली से पहले भव्य लांच हुआ था।
संजय खान ने लगभग 50 फिल्मों में काम किया है और चान्दी सोना, काला धन गोरे लोग, अब्दुल्ला जैसी फिल्मों टेलीविजन क्लासिक द सोर्ड ऑफ टीपू सुल्तान का निर्माण और निर्देशन किया है. वह दो बार 'नेशनल सिटिजनशीप अवॉर्ड', 'राजीव गांधी अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस', 'अमेरिकन फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑफ इंडियन ओरिजिन' और कई अन्य सम्मानों के साथ ही 'जेम ऑफ इंडिया अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस' से सम्मानित किए जा चुके हैं।