सौरभ शुक्ला (Saurabh Shukla) हिंदी फिल्म के जाने-माने एक्टर और डायरेक्टर हैं. एक्टर हिंदी फिल्मों के अलावा तमिल और तेलगु फिल्मों में भी काम करते रहते हैं. बॉलीवुड में फिल्म ‘सत्या’ (Satya ) से सौरभ शुक्ला को काफी प्रसिद्धि मिली. जिसके बाद उन्होंने फिल्म ‘नायक : द रियल हीरो’ (Nayak: The Real Hero), लगे रहो मुन्ना भाई (Lage Raho Munna Bhai), बर्फी! (Barfi!), जॉली एलएलबी (Jolly LLB), किक (Kick), पीके (PK), ‘जॉली एलएलबी 2’ (Jolly LLB 2 ) और ‘रेड’ (Raid) जैसी फिल्मों में दमदार एक्टिंग से बॉलीवुड में अपनी खास जगह बनाई. साथ ही फिल्म जॉली एलएलबी के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवार्ड भी जीता.
सौरभ शुक्ला ने अपने करियर की शुरुआत टीवी जगत से की. आगे चलकर एक्टर ने कुछ बॉलीवुड़ फिल्मों में काम करना शुरु कर दिया था. लेकिन सौरभ शुक्ला को बॉलीवुड में बड़ा ब्रेक तब मिला जब उन्हें राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Varma) की फिल्म ‘सत्या’ (Satya) में को-राइटर और फिल्म में गैंगस्टर कल्लू मामा की भूमिका निभाई. साथ ही इस फिल्म के लिए सौरभ शुक्ला को अनुराग कश्यप के साथ बेस्ट स्क्रीनप्ले डायलॉग का स्टार स्क्रीन अवार्ड (star Screen Awards) जीता.
बेहतरीन फिल्मों के एक्टर डायरेक्टर में ये जुनून अचनाक ही नही जागा था. सौरभ शुक्ला को फिल्मों का जूनुन तो बचपन से ही था. एक्टर एक महीने में लगभग दस फिल्में देख लिया करते थे. जिसके चलते उनका ये फिल्मीं जुनून और भी तेजी से बढ़ने लगा और मात्र छठी कक्षा में ही सौरभ शुक्ला ने अपनी पहली फिल्म बनाने का फैसला किया.
'द लल्लनटॉप'(The Lallantop) को दिए एक इंटरव्यू में सौरभ शुक्ला अपने बारें में बताते हुए कहते हैं कि ‘’जब मैं छठी क्लॉस में था तब मेरे दिमाग में ये खयाल आया की क्यों न हम फिल्म बना ले. मेरे भाई के पास एक छोटा से कैमरा था. मैंने अपने दोस्तों को बोला कि मेरे भाई के पास कैमरा है मैं फिल्म बना लूंगा. दोस्तों ने पूछा कैसे बनाओगें तो मैंने कहा क्या है फिल्म क्या होती है जब आप बहुत सी पिचर को रंन करते हैं प्रोजेक्टर के थ्रू तो वो चलने लगती हैं. हम सब मिलकर कुछ रुपये इकट्ठे करते हैं. कैमरा है मेरे भाई के पास हम एक-एक करके पिचर खींचते जाएगें और बाद में उसे चला देंगे पिचर बन जाएगी. सारे दोस्त मेरे साथ हो गए. बोले सौरभ फिल्म बनाएगा और हम फिल्म में काम करेंगें. इसको पता है कि कैसे बनाते हैं फिल्म. और ये सिलसिला कॉलेज तक चलता रहा साथ ही ये भी समझ आ गया की असल में फिल्म बनती कैसे हैं’’.
सौरभ शुक्ला की एक्टिंग में आज भी वो बचपन का जुनून दिखाई देता है जिसनें सौरभ शुक्ला को बुलंदियों तक पहुंचाया. हाल ही में एक्टर फिल्म ‘कंजूस मक्खीचूस’ (Kanjoos Makhichoos) और ‘भीड़’ (Bheed) में नज़र आ चुकें हैं. इसके अलावा सौरभ शुक्ला डायरेक्टर अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha ) की आने वाली फिल्म ‘अभी तो पार्टी शुरु हुई है’ (Abhi Toh Party Shuru Hui Hai ) मैं नज़र आने वाले हैं. इस फिल्म में सौरभ शुक्ला के साथ पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi), श्रिया पिलगांवकर ( Shriya Pilgaonkar) ऋचा चड्ढा (Richa Chadha), दिव्या दत्ता (Divya Dutta), और विनय पाठक (Vinay Pathak) मुख्य भूमिका में होंगे.