ला ट्रोब विश्वविद्यालय ने आज ‘शाहरुख खान ला ट्रोब विश्वविद्यालय पीएचडी छात्रवृत्ति’ की घोषणा की, जो भारत की महत्वाकांक्षी महिला रिसर्चर को दुनिया में एक सार्थक प्रभाव बनाने के लिए जीवन-परिवर्तन का अवसर प्रदान करता है। मानवीय और सामाजिक न्याय पर शाहरुख खान के नेतृत्व को समर्पित इस चार वर्षीय पीएचडी छात्रवृत्ति का उद्देश्य भारतीय महिला शोधकर्ता को वर्तमान समय की बढ़ती चुनौतियों के समाधान की तलाश करने में मदद करने के लिए शोध करने को प्रेरित करना है। मीर फाउंडेशन के जरिए महिला सशक्तिकरण के प्रति शाहरूख खान के समर्पण को देखते हुए ही इस छात्रवृत्ति की शुरुआत की जा रही है।
पिछले 10 वर्षों के भीतर मास्टर्स बाइ रिसर्च डिग्री (या समकक्ष) पूरी करने वाली भारतीय महिला नागरिक ही सफल उम्मीदवार की पात्र होगी। इसके तहत उम्मीदवार को चार वर्षीय रिसर्च छात्रवृत्ति के तौर पर 2000,000 (ए़यूडी) डॉलर की मदद की जाएगी। शोध कार्य को आस्ट्रेलिया के मेलबर्न स्थित ला ट्रोब की अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पूरा करना होगा। इन उम्मीदवारों को विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य, खेल, सूचना प्रौद्योगिकी, साइबर सुरक्षा या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रमुख विशेषज्ञों के पर्यवेक्षण में अपना शोध कार्य पूरा करने का मौका मिलेगा।
पिछले दिनों मेलबर्न की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में आयोजित भारतीय फिल्म महोत्सव 2019 में मुख्य अतिथि के तौर पर शाहरूख खान की उपस्थिति के दौरान इसकी घोषणा की गई थी। गौरतलब है कि ला ट्रोब भारत में एसिड अटैक से बची महिलाओं का सहयोग करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए मीर फाउंडेशन की स्थापना सहित मानवीय कार्यों को व्यापक रूप से अंजाम देने के लिए शाहरुख खान को डॉक्टर ऑफ लेटर्स (सम्मान की निशानी) की मानद उपाधि से सम्मानित करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई यूनिवर्सिटी है।
ला ट्रोब के कुलपति, प्रोफेसर जॉन देवार ने कहा, कि शाहरूख खान के परोपकारी नेतृत्व को देखते हुए ही उनके नाम पर पीएचडी छात्रवृत्ति तैयार करने का निर्णय लिया। शाहरुख खान ला ट्रोब यूनिवर्सिटी पीएचडी छात्रवृत्ति का मकसद उनकी असाधारण परोपकारिता और महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए गए कार्यों को मान्यता देना है।
शाहरूख खान ने महिलाओं की समानता और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के प्रयासों पर खुशी जताते हुए कहा, कि यह छात्रवृत्ति भारतीय महिलाओं को एक सफल और रोमांचक कॅरियर के क्षेत्र में अनुसंधान करने का मौका प्रदान करेगा। उन्होंने इस तरह का शानदार अवसर उपलब्ध कराने के लिए ला ट्रोब विश्वविद्यालय के प्रति आभार भी जताया।