जवान की बढ़ती पॉपुलैरिटी ने पायरेसी को भी बढ़ावा दिया है और फिल्म अलग अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लीक हो रही है। लेकिन अब इस मुद्दे से निपटने के लिए रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट ने व्हाट्सएप और दूसरे प्लेटफार्मों पर क्लिप साझा करने या अपलोड करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग की है।
खबर है कि प्रोडक्शन हाउस ने पायरेटेड क्लिप सेंड करने वाले लोगों और ग्रुप्स को ट्रैक करने के लिए कई एंटी पायरेसी एजेंसियों को काम पर रखा गया है, जिनके बाद पुलिस उन सभी पर क्रिमिनल एक्शन लेगी। प्रोडक्शन हाउस ने आज सांताक्रूज़ वेस्ट के पुलिस स्टेशन में पुलिस ऑफिसर, श्री अमर पाटिल से पायरेसी फैलाने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई है।
प्रोडक्शन हाउस के करीबी सूत्र के मुताबिक, "हमने पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लोगों द्वारा चलाए जा रहे पायरेटेड अकाउंट्स का पता लगा लिया है, फिल्म जवान का पायरेटेड कंटेंट जारी करने के लिए उनके खिलाफ क्रिमिनल और सिविल एक्शन लिया जा रहा है। पाइरेसी एक बहुत बड़ा मुद्दा है जिसका फिल्म इंडस्ट्री बड़े पैमाने पर सामना कर रही है और यह फिल्म से जुड़े हजारों लोगों की कड़ी मेहनत को कमजोर करता है। अवैध रूप से रिकॉर्डिंग और लीक करने के ऐसे काम धोखाधड़ी, चोरी और बौद्धिक संपदा का उल्लंघन हैं।''
प्रोडक्शन हाउस मानना है कि पायरेटेड कंटेंट इस बात का साफ इशारा है कि इसे गैरकानूनी रूप से उन लोगों द्वारा एक्सेस और चुराया गया था जो पैसो के लिए इसे अवैध रूप से डिस्ट्रीब्यूट कर रहे हैं। इसके अलावा, आरोपियों द्वारा आपराधिक साजिश रचे बिना ऐसा काम मुमकिन नहीं था। इसलिए उन लोगों और समूहों के खिलाफ क्रिमिनल एक्शन लिया जाना तय है।
इस साल की शुरुआत में, दिल्ली हाई कोर्ट ने लीक हुए वीडियो और फिल्म की पायरेटेड कॉपियों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए प्रोडक्शन हाउस के पक्ष में जॉन डो को आदेश दिया था।