गणेश चतुर्थी के दौरान पर्यावरण-अनुकूल उत्सवों को बढ़ावा देने के लिए, देश के एक प्रमुख रेडियो नेटवर्क, बिग एफएम ने 'बिग ग्रीन गणेशा' पहल का सफलतापूर्वक आयोजन किया. इस कार्यक्रम को प्रसिद्ध हस्ती शिव ठाकरे की उपस्थिति से सम्मानित किया गया, जिन्होंने आधिकारिक तौर पर जुहू, मुंबई में एक पुनर्नवीनीकरण प्लास्टिक बेंच का उद्घाटन किया. स्थायी भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, रेडियो नेटवर्क ने प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करने के उद्देश्य से एक अभियान शुरू करने के लिए भारतीय प्रदूषण नियंत्रण संघ (आईपीसीए) के साथ साझेदारी की.
अभियान के एक घटक के रूप में, 20 आवासीय कल्याण संघों में ड्रॉप बॉक्स स्थापित किए गए, जिससे निवासियों को प्लास्टिक का योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. बाद में प्लास्टिक को पांच प्लास्टिक बेंचों में बदल दिया गया, आखिरी बेंच शिव ठाकरे और आरजे रानी द्वारा जुहू, मुंबई में स्थापित की गई. इस मौकेपर शिव ठाकरे की लोकप्रियता फिरसे एक बार देखने मिली, क्यूंकी उन्हे देखने भारी तादात मे लोग जमा हुए थे. उद्घाटन समारोह में, उन्होंने पर्यावरण के प्रति अधिक सावधान रहकर दुनिया को बेहतर बनाने की कोशिश के लिए बिग एफएम की इस पहल की प्रशंसा की. शिव ठाकरे ने हरित और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए बिग एफएम द्वारा जारी प्रयासों की सराहना करते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता साझा की और अपने प्रशंसकों को प्लास्टिक के उपयोग के प्रति अधिक जागरूक होने के लिए प्रोत्साहित किया.
अपने विचार व्यक्त करते हुए, शिव ठाकरे ने कहा, “उत्सव महत्वपूर्ण हैं, लेकिन जिस पर्यावरण में हम जश्न मनाते हैं उसकी देखभाल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है. मैंने हमेशा हमारे पर्यावरण की रक्षा में अपना योगदान देने और ऐसी पहल का हिस्सा बनने की कोशिश की है. बिग एफएम की यह पहल सराहनीय है, जो स्वच्छ और हरित कल का मार्ग प्रशस्त कर रही है. मैं बड़े प्रभावों वाले छोटे कार्यों की शक्ति में विश्वास करता हूं, और यह देखना कि प्लास्टिक को बेंच में बदलने जैसा एक सरल विचार कैसे सार्थक बदलाव ला सकता है, वास्तव में प्रेरणादायक है. मुझे इस अभियान का हिस्सा बनकर खुशी हो रही है और मैं अपने सभी प्रशंसकों से आग्रह करता हूं कि वे मेरी तरह हमारे ग्रह की भलाई के लिए अपना योगदान दें.''
यह अभियान, जिसे बैंक ऑफ बड़ौदा ने महाराष्ट्र प्रदूषण मंडल और रियल्टी पार्टनर के रूप में चड्ढा ग्रुप के सहयोग से प्रस्तुत किया था. इस अभियान ने त्योहार के पर्यावरण-अनुकूल पालन को प्रोत्साहित करने के लिए अपने 16 वें वर्ष के दौरान विभिन्न गतिविधियां शुरू कीं.