सुधीर मिश्रा (Sudhir Mishra) ने हाल ही में विवेक अग्निहोत्री (Vivek Agnihotri) के साथ एक पोडकास्ट किया. जिसमें उन्होंने विवेक अग्निहोत्री की फिल्म 'द कश्मीर फाइल' को बनाने को लेकर अपने विचार रखे. साथ ही उनका सपोर्ट करते हुए बोल की में उनके साथ खड़ा हूं.
विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) साल 2022 में बनी थी. यह फिल्म कश्मीरी पंडितो पर हुए अत्याचारों की कहानी को बताती हैं. इस फिल्म में अनुपम खेर (Anupam Kher), मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty), दर्शन कुमार (Darshan Kumar) और पल्लवी जोशी (Pallavi Joshi) जैसे कलाकारो ने अहम भूमिकाएं निभाई. फिल्म को शुरुआत से ही अलोचनाओं का सामना करना पड़ा. इसी के साथ फिल्म के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री आज भी इस फिल्म को लेकर लोगों की आलोचनाओं का जबाव देते रहते हैं.
हाल ही में सुधीर मिश्रा की फिल्म ‘अफवाह’ (Afwaah) रीलीज हुई लेकिन फिल्म बॉक्स आफिस पर कुछ खास सफल नही हो पाई. नवाजुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui) और भूमि पेडनेकर (Bhumi Pednekar) की एक्टिंग भी कमाल नही दिख सकी. जहां उनकी फिल्म को लेकर लोगों ने दिलचस्पी कम दिखाई हो लेकिन उनके विवेक अग्निहोत्री के सपोर्ट वाली बात तेजी से फैलने लगी हैं.
हाल ही में सुधीर मिश्रा ने फिल्म मेकर विवेक अग्निहोत्री के साथ पॉडकास्ट रिकॉर्ड किया. ट्विटर पर बातें होने के बाद दोनों की साथ में एक बैठक हुई थी. सुधीर मिश्रा ने यह ट्वीट किया कि ‘’उदारवादी कश्मीर फाइलों की शिकायत करते हैं. क्यों? विवेक अग्निहोत्री ने एक फिल्म बनाई और उसके दर्शक सिनेमाघरों में आए और उसे देखा, लेकिन जब हम फिल्में बनाते हैं तो विवेक की आलोचना करने वाले दर्शक थिएटर नहीं आते हैं. इसपर विवेत अग्निहोत्री ने रिएक्शन देते हुए कहा कि ‘’इस पर खुली बहस होनी चाहिए.’’ तो सुधीर मिश्रा ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया था. इसके बाद सुधीर मिश्रा ने बातचीत के दौरान कहा कि मुझे लगता है कि फिल्में देखना और हर तरह की फिल्में बनाना अच्छा है. मैं इस बात से असहमत हूं कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ का इस्तेमाल कैसे किया गया है. मैं एक ऐसा फिल्म मेकर हूं, जिसका सौंदर्यबोध अलग है, लेकिन अगर कोई कहता है कि विवेक को ‘द कश्मीर फाइल्स’ बनाने की इजाजत नहीं है तो मैं उसके साथ खड़ा रहूंगा, क्योंकि हर फिल्म बननी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि लोग ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्म देखने के माध्यम से उन भावनाओं को व्यक्त करते हैं.
इसी के साथ अगर हम सुधीर मिश्री की फिल्म ‘अफवाह’ की बात करे तो यह फिल्म मोबाइल के गलत इस्तेमाल और वायरल वीडियो के सच को उजागर करती हैं. इस फिल्म में यह दिखाने की कोशिश की गई है कि कैसे एक दूसरे की परेशानियों में सुख ढूढ़ने वाला समाज वायरल वीडियो का मायाजाल में फसता जा रहा हैं.