वीडियो एलबम "सुंदरकांड" का सरल हिंदी भावार्थ लिखने वाले गीतकार सुशील अग्रवाल अब सरल हिंदी में पुस्तक लेकर आए हैं "सुंदरकांड"

| 26-08-2023 3:49 PM 116

महाकवि तुलसीदास रचित रामायण का सबसे प्रिय और आध्यात्मिक भाव देने वाला कांड है सुंदर कांड. अवधी भाषा मे लिखे गए इस खण्ड काव्य को और सरल तथा सहज हिंदी भाषा में लिखकर उस पर कुछ समय पहले ऑडियो वीडियो एलबम बनाने का काम किया था गीतकार सुशील अग्रवाल ने. मधुर मन म्यूजिक का यह एलबम 'सुंदर कांड' बहुत चर्चित रहा और खूब सुना गया. अब उस एलबम के सरल हिंदी भाव रूपांतरण की भाषा में गीतकार सुशील अग्रवाल ने एक किताब लिखा है- "सुंदर कांड" (सरल हिंदी में)!

"पहले एलबम और अब किताब ?" अवधी भाषा मे लिखे हुए तुलसीदास के सुंदर कांड को पहले सरल हिंदी  मे एलबम रूप में और अब किताब रूप में लिखने की वजह क्या रही? एक मुलाकात में गीतकार सुशील अग्रवाल से चर्चा होती है. 

 

"इसमें कोई शक नहीं कि महान कवि तुलसीदास की लिखी गयी रामायण की लोकप्रियता में कोई कमी हो. मैं रामायण के 'सुंदरकांड' का नियमित पाठक हूं और वर्षों से सुंदरकांड के आयोजन करता- करवाता हूं. पाठ आयोजन गाते हुए किये जाते हैं संगीत की लय बद्धता के साथ. पूरी रामायण अवधी भाषा मे है. मुझे कइयों ने कहा ये लाइनें और सरल हिंदी में होती तो ज्यादा लोग समझ पाते और गाने में मजा आता. बस, इसी सोच के तहत मैंने बाबा तुलसीदास के लिखे हुए सम्पूर्ण सुंदरकांड को और सरल तथा सहज समझने वाली हिंदी भाषा में  भाव- रूपांतरित किया. इसका जब पाठ गायन होने लगा तो लोगों को और भी समझ मे आने लगा. लोगों को देशी अंदाज में गा कर मजा आने लगा. फिर मित्रों की सलाह पर मैंने इसका एलबम बनाया जो बहुत पसंद किया गया. अबतक विभिन्न भजन मंडलियों द्वारा सरल सुंदरकांड के सैकड़ों आयोजन हो चुके हैं. अब उसी को हमने किताब रूप में पब्लिस करा दिया है." इसके लिए गीतकार सुशील अग्रवाल को एक घटना क्रम में हनुमान जी से प्रेरणा मिली है, वे ऐसा मानते हैं. अंतर्लीन हो चुके जगत गुरु शंकराचार्य स्वरूपानंद के परम्  शिष्य सुशील अग्रवाल को ऐसा करने की प्रेरणा और आशीर्वाद उनके गुरु से मिला था. वह कहते हैं- "सबकी इच्छा और श्रद्धा से ही ईश्वर कार्य होते हैं."

 

गीतकार के रूप में सुशील अग्रवाल ने भजन पक्ष को ही अपनी लेखनी का आधार बनाया और वह सैकड़ों भजन व गीत लिख चुके हैं. पेशे से  आई टी व बैंकिंग कंसल्टेंट तथा वास्तु विधा के एक्सपर्ट वह  स्वान्तः सुखाय  के लिए गीत लिखते हैं. उनकी अगली रचना 200 दोहों की 'अमरवाणी' शीघ्र ही प्रकाशित होने वाली है. इसके अलावा वह सरल हिंदी में 'श्री कृष्ण की जन्मकथा' भी लिख चुके हैं. 'अमरवाणी' पर एलबम भी बन रहा है. नोवा स्प्रिचुअल चैनल के लिए जे. सुभाष इसको संगीतवद्ध  कर रहे हैं और गायिका हैं इशिता  विस्वकर्मा. सुरेश वाडेकर की आवाज में उनका लिखा गीत 'भजन सरस्वती मां', 'राधारानी' पर लिखा गीत (पंडित प्रदीप का गाया हुआ) और हनुमान जी का भजन (संजय गौरी नंदन /जय वर्धन वर्मा) का यू ट्यूब पर काफी सुना जाने वाला भजन है. निर्मात्री राजश्री वर्मा के एक एलबम के लिए वह दो गाने लिखे हैं जो आनेवाला है. अपने पिता स्व. छेदालाल कन्हैया लाल के लिखे राम भजनों का एक एलबम वह श्रद्धांजलि स्वरूप निकालने की तैयारी में हैं.इसकी गायिका-कम्पोजर हैं सीमा जायसवाल.

 

इनदिनों जब देश में आध्यत्मिक भावना का परचम लहरा रहा है, गीतकार सुशील वर्मा कहते हैं- "अब सिनेमा के पर्दे पर  भजनों का दौर लौटने का समय आ गया है. मेरे पास गीत लिखने के प्रस्ताव आरहे हैं. मैं मानता हूं मेरी किताब सरल "सुंदरकांड" भी लोगों को वैसे ही पसंद आएगी जैसे एलबम आया है."