- शरद राय
पर्दे पर एक्शन फिल्मों के आते ही लगा था कि प्रेम कहानी वाली फिल्मों का दौर ख़त्म हो गया हैं। फिर शर्त भरे प्यार आने लगे। सलमान खान की फिल्म 'मैंने प्यार किया' ऐसी ही एक ट्रेंड सेटर फिल्म थी- जिसमे प्यार को पाने के लिए पैसा कमाने की शर्त रखी गई थी। फिर ऐसी कई फिल्में आयी। प्यार के खेल में देस-परदेस की कहानियां भी आ-आ आकर थम गई। फिल्म देखकर मन मे टीस उठे, यह स्थान खाली रहता गया... क्योंकि एक्शन भारी होता गया।
वही अब, साजिद नाडियाडवाला और मिलन लथुरिया ने इसी रिक्तता को पूरा करने के लिए 'तड़प' का निर्माण किया है। इस फिल्म में एक्शन के साथ प्यार है। भरपूर एक्शन के बीच भरपूर प्यार के कथानक की यह फिल्म प्यार की ऐसी 'तड़प' छोड़ती है कि आज के जोनर के सामने यह फिल्म एक सवाल बन सकती है और बहुत संभव है प्यार के कथानक को एक नया मोड़, एक नए दौर की शुरुवात दे दे।
देखा जाए तो 'तड़प' शब्द ही प्यार के लिए है लेकिन यह भी हकीकत है कि रोमांस की कहानियों में हमारे यहां तड़प नहीं मिलती। मिलती है भागम भाग, लड़के-लड़की दोनो पक्ष के गर्जियनों के झगड़े में पिसता हुआ प्यार, या प्यार के बीचमे कूद पड़ा प्यार, विवाहेतर सम्बन्ध, चूमा चाटी और इंतेहा पार करता हुआ सेक्स! पर उनमें तड़प देखने को नहीं मिलती।
निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने वही कोशिश कि है। दक्षिण की भाषा से रूपांतरित की गई इस फिल्म से नया चेहरा आहान शेट्टी पर्दे पर एक नई ऊर्जा के साथ नज़र आने वाले हैं। आहान अभिनेता सुनील शेट्टी के पुत्र हैं। उनके साथ 'तड़प' की नायिका हैं तारा सुतरिया। पर्दे पर आहान का विस्मृत करनेवाला एक्शन पैक्ड रोमांस और प्यार को नया ट्विस्ट देती तारा सुतरिया भविष्य की एक नई प्रेम कहानी को आगाज़ देंगे।
प्यार का एक ऐसा ट्विस्ट, जो प्यार में तड़प का एहसास देता रोमांस को एक नई शक्ल देगा। निर्देशक मिलन लुथरिया और नाडियाडवाला फिल्म प्रोडक्शन की यह पेशकश भावी प्रेम कहानियों की दिशा और दशा तय करेगी। क्या रंग दिखाएगी आहान और तारा की तड़प... वक्त बताएगा।