हर दिन बहुत से लोग आंखों में अगनित ख्वाब सजाए हुए सपनों की नगरी कहे जाने वाले मुंबई शहर में आते हैं. यहां की फिल्म इंडस्ट्री और ग्लॅमर जगत का आकर्षण बहुत लोगों को यहां खींच लाता है. फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाने के लिए, नसीब आजमाने के लिए आने वालों के लिए यह ‘मायानगरी’ही है. हर क्षेत्र के अच्छे और बुरे यह दो पहलू होते हैं. फिल्मी जगत भी इससे अछूता नही है. ग्लॅमर जगत की लोकप्रियता बहुत से लोगों को मोहित करती है, लेकीन इस झगमगाते ग्लॅमर के पिछे का चेहरा उन्हे दिखाई नहीं देता. इसी वजह से पैसों की धोखाधडी, कास्टिंग काऊच जैसे प्रकार होते रहते है. फिल्मी जगत के इसी काले चेहरे को उजागर करने वाली ‘मायानगरी एक सत्य’ नामक फिल्म जल्द ही दर्शकों से रुबरू होने वाली है. श्री सद्गुरू प्रोडक्शन के बैनर तले बनी गजानन बाकले निर्देशित इस फिल्म के प्रोड्युसर कैलासपाटील उंडे है. हाल ही में भरत दिघे साहब (फाउंडर आणि मॅनेजिंग डायरेक्टर अचिव्ह ग्रुप ऑफ कंपनी) के शुभ हस्तों से इस फिल्म का मुहूर्त संपन्न हुआ.
प्रोड्युसर कैलास पाटील उंडे और निर्देशक गजानन बाकले का कहना है की, ग्लॅमर से मोहित होकर सही या गलत का फैसला किए बगैर बहुत से लोग गलत चीजों का शिकार बनते है. इसी कारण ‘मायानगरी एक सत्य’यह फिल्म फिल्मी जगत में करियर बनाने हेतू आए नए लोगों की आंखे खोलने वाली साबीत होगी.
नामचिन अभिनेता रजा मुराद के साथ हर्षदा गुप्ते, रेखा निर्मल, पुरूषोत्तम उपाध्याय, प्रदीप पाटील, तुषार किरन, ग्यानदेव शिंदे, गजानन बाकले, कैलास पाटील उंडे आदी कलाकारों ने इस फिल्म में अभिनय किया है. बाबासाहब पारखे इस फिल्म के को-प्रोड्युसर, तथा तुषार नन्नवरे सहनिर्देशक हैं. इस फिल्म की पटकथा और संवाद लेखन खुद प्रोड्युसर कैलास उंडे ने किया है. व्ही. डी नाईक इस फिल्म की सिनेमॅटोग्राफी करने वाले है. कॅमेरा सेटअप और कॉश्च्युम की जिम्मेदारी आयुष स्टुडिओ ने संभाली है. मेकअप प्रदीप दादा, गेटअप मुन्नादादा और लाईट्स किशोरभाई करने वाले है.