गायक तुलसी कुमार हमेशा से अच्छे कारणों और सामाजिक सरोकार को ले कर खबर बनाती रही है. चाहे वह लैंगिक भेदभाव के खिलाफ उनका मजबूत रुख हो या डिजिटल म्यूजिक शो टी सीरीज मिक्सटेप और ब्लॉकबस्टर तू लौंग मैं इलायची, सोच ना सके, पानियो सा हो जैसे गीतों में उनका प्रदर्शन हो, वो हमेशा एक मजबूत, स्वतंत्र महिला के रूप में जानी जाती रही हैं. कामकाजी पेशेवर होने के साथ-साथ, तुलसी एक डेढ़ साल के बच्चे की मां भी है. अपने कैरियर और निजी जीवन के बीच के संघर्ष को देखते हुए वह नई माताओं के संघर्ष और गर्भावस्था के बाद वजन कम करने की जद्दोजहद समझती है. एक ऐसे उद्योग में, जहां प्रतिभा के साथ ही लुक भी महत्वपूर्ण है, उसे वापस आकार में लाना अनिवार्य था. उनकी यात्रा सभी नई कामकाजी माताओं के लिए एक प्रेरणा है.
अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए तुलसी कहती हैं,'एक मां होने से ज्यादा आनंददायक कुछ भी नहीं है. लेकिन इसकी अपनी चुनौतियां भी है. इसमें से एक है, वजन का बढना, जो एक बच्चे के आगमन से पहले बढता है. हां, यह मेरा संघर्ष भी रहा है और सभी माताओं के लिए भी ये एक संघर्ष ही होता है. लगभग डेढ़ साल बाद मैं साझा करना चाहती हूं कि मैं कुछ सफलता के साथ इस पहाड़ पर चढ़ने में कामयाब रही. मेरे मातृत्व ने मुझे ऐसा करने के लिए प्रेरित किया और सभी माताओं के लिए यही कहना चाहूंगे एकि आप भी ऐसा कर सकती है.'