Uttarakhand Tunnel Rescue : बॉलीवुड हस्तियां उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों के सफल बचाव का जश्न मना रही हैं. बचाव दल की 17 दिनों की कड़ी मेहनत के बाद अच्छी खबर आई. अक्षय कुमार बचाव कर्मियों के प्रयासों की प्रशंसा करने वाले पहले मशहूर हस्तियों में से थे.
अक्षय कुमार उत्तराखंड सुरंग दुर्घटना पर
एक्टर अक्षय कुमार ने खुशी और राहत व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ''फंसे हुए 41 लोगों के बचाव के बारे में जानकर मैं पूरी तरह से खुशी और राहत से अभिभूत हूं. बचाव दल के प्रत्येक सदस्य को बड़ा सलाम. कमाल कर दिया. यह एक नया भारत है और हम सभी बहुत गर्व महसूस करते हैं. जय हिन्द."
अभिषेक बच्चन ने बचाव दल के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया और साझा किया, “सभी बचाव कर्मियों और सभी एजेंसियों के प्रति कृतज्ञता का एक बड़ा ऋण और उससे भी बड़ा सलाम. जिसने उत्तरकाशी सिल्क्यारा सुरंग में फंसे हमारे 41 श्रमिकों को बचाने के लिए अथक प्रयास किया. जय हिन्द!”
कॉमेडियन वीर दास ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, “विज्ञान, हृदय और मानवता का एक साथ आना कितना सुंदर है. इस अद्भुत ऑपरेशन के लिए प्रत्येक बचावकर्मी को सलाम.”
बॉलीवुड सेलेब्स
कई और मशहूर हस्तियों ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं. रितेश देशमुख ने बचाव दल की सराहना करते हुए कहा, "शाबाश!!!" हमारी बचाव टीम को सलाम जिन्होंने दिन-भर काम किया. पिछले 17 दिनों से फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए रात-रात भर मेहनत कर रहे हैं. परिवारों और राष्ट्र की प्रार्थनाओं का उत्तर दिया जा रहा है. गणपति बप्पा मोरया #उत्तराखंड टनलरेस्क्यू #उत्तरकाशीरेस्क्यू."
“उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से सभी 41 श्रमिकों को बचाया गया. जैकी श्रॉफ ने कहा, एनडीआरएफ, बीआरओ, भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, एनएचआईडीसीएल, एसजेवीएनएल, टीएचएफसीएल, आरवीएनएल, ओएनजीसी, कोल इंडिया और अन्य सहित बचाव अभियान के लिए दिन-रात काम करने वाली 22 एजेंसियों को धन्यवाद. निम्रत कौर ने एक्स पर पोस्ट किया, “सभी फंसे हुए श्रमिकों को बचाने के अथक प्रयासों के लिए एजेंसियों - एनडीआरएफ, सेना, इंजीनियरों, रैट होल खनिकों द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्यों को बहुत-बहुत बधाई और सलाम. आख़िरकार भगवान की कृपा से इतनी राहत और ख़ुशी मिली. वाहवाही!"
सिल्क्यारा सुरंग में क्या हुआ था?
12 नवंबर को सुरंग के सिल्क्यारा किनारे पर 60 मीटर के हिस्से में मलबा गिरने से सुरंग का एक हिस्सा धंस गया था. इस घटना में निर्माणाधीन ढांचे के अंदर 41 मजदूर फंस गए, जिनमें से 15 झारखंड के, दो उत्तराखंड के, पांच बिहार के, तीन पश्चिम बंगाल के, आठ उत्तर प्रदेश के, पांच ओडिशा के, दो मजदूर थे. एक असम और एक हिमाचल प्रदेश से थे.