सुशांत सिंह राजपूत के केस में रिया चक्रवर्ती का नाम सबसे ऊपर आता रहा है।कई लोग शुरू से ही रिया को इससे केस से जोड़ते आ रहे हैं।वहीं कुछ लोग इसके खिलाफ भी है, लोग रिया की तरफ़ से आवाज उठाना शुरू कर रहे हैं।एक्ट्रेस लक्ष्मी मुंचु से लेकर विद्या बालन और तापसी पन्नू तक कई कलाकार रिया के समर्थन में आ चुके हैं।
लक्ष्मी मुंचु ने एक पोस्ट करते हुए लिखा था कि एक कलाकार होने के नाते ये करना जरूरी है। उनकी ही पोस्ट पर विद्या बालन ने जवाब देते हुए लिखा- इस बात को उठाने के लिए तुम्हें ढेर सारा आशीर्वाद लक्ष्मी। ये देखते हुए बड़ा दुख होता है कि सुशांत की असमय मृत्यु को मीडिया सर्कस बना दिया गया है। इसके साथ मुझे ये देखकर भी बहुत दुख हो रहा है कि रिया को पूरे देश ने विलेन बना दिया है। मेरा दिल एक औरत होने के नाते रिया चक्रवर्ती के लिए टूट रहा है। हम अपने कानून में मुजरिम और मुल्ज़िम का अंतर भूल गए हैं। अब जब तक जुर्म का सच साबित नहीं हो जाता है तब तक आदमी गुनहगार रहता है।हम सबको उस इंसान के भी संवैधानिक अधिकारों के बारे में सोचकर उसका थोड़ा सम्मान करना चाहिए और कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
लक्ष्मी मुंचु ने अपने पोस्ट में लिखा था - मैंने राजदीप सरदेसाई के साथ रिया चक्रवर्ती का इंटरव्यू देखा और बहुत सोचा कि इस बारे में बोलूं या ना बोलूं। मैं इतने लोगों को चुप देख रही हूं क्योंकि मीडिया ने इस लड़की को दानव बनाकर लोगों के सामने रख दिया है। मैं सच नहीं जानती और जानना चाहती हूं, लेकिन सही तरीके से जानना चाहती हूं। मेरा कानून और न्याय पर पूरा भरोसा है।
लेकिन जब तक सच सामने नहीं आ जाता क्या तब तक हम एक लड़की और उसके परिवार को अपनी बातों और फैसलों से मार डालना बंद कर सकते हैं? इस मीडिया के फैसलों के कारण उस लड़की और उसके परिवार पर क्या बीत रही होगी मैं सोच भी नहीं सकती।
अगर मेरे साथ ऐसा कुछ हुआ होता तो मैं चाहती कि मेरे साथी, मेरी इंडस्ट्री के लोग मेरे लिए खड़े हों। इसलिए आज मैं मेरी एक साथी के लिए खड़ी हो रही हूं और मीडिया को कहती हूं कि बस बहुत हुआ। पीछ हटिए, जब तक सारा सच बाहर निकल कर नहीं आता है।
मुझे बहुत दुख होता है ये सोचकर कि हम क्या से क्या बन गए हैं। हमारे साथ एक आवाज़ है जिसका हम इस्तेमाल करना बंद कर चुके हैं और अब आज मैं अपनी साथी के लिए वो आवाज़ उठाती हूं।