Vikram Gokhale Exclusive interview: मायापुरी के साथ Vikram Gokhale ने शेयर किए अपनी लाइफ से जुड़े पल

author-image
By Mayapuri
New Update
Vikram Gokhale

मराठी स्टेज के एक्टर विक्रम गोखले को आज के टी.वी. के दर्शक एक अच्छे नैचरल और संवेदनशील आर्टिस्ट के रूप में जानते है. एयर होस्टेस, खोज, उड़ान जैसे सीरियल से दर्शक उन्हें पहचानने लगे है. साथ ही सिहांसन, अंहकार जैसे कई सीरियल्स में लोगों ने उन्हें देखा . बहुत आहिस्ता मगर निश्चित रूप से विक्रम अब हिन्दी फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाने लगे हैं . फिलहाल वे अपना समय छोटे बड़े पर्दे के बीच में बॉटे हुए है. चूंकि इस प्रतिभावन, ज्ञानी और अनुभवी विक्रम गोखले को आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं सकता, डायरेक्टर बनने के इनके सीधे चान्स है, जिसके लिए वे प्रयत्नशील भी है. आइए कुछ बातचीत करते हैं हम उनके साथ विक्रम आपने आज तक मराठी स्टेज, मराठी फिल्में, हिन्दी सीरियल्स और फिल्में सबमें काम किया है. 

आप अपने कौन से परफॉर्मन्स को बेस्ट परफॉर्मन्स मानते हैं ? 

मैं तो यही कहूँगा कि मेरा बेस्ट परफॉर्मन्स आना अभी बाकी है क्योंकि मैं जब भी कभी अपना काम देखता हूं, मुझे ऐसा लगता है कि अगर मुझे चान्स दिया. जाए तो मैं अपने हर काम को और अच्छा अंजाम दे सकता हूं एज एआर्टिस्ट मैं कभी अपने काम से संतुष्ट नहीं होता.

आपका संबंध एक्टिंग से किस तरह जुड़ गया था ?

मैंने अपने पिताजी को आर्थिक मदद करने के लिए ये काम शुरू किया था. उस वक्‍त मुझे अभिनय में कोई रूचि नहीं थी. ये तो मेरे लिए सिर्फ एक पैसे कमाने का साधन था. मुझे अपने डायलॉग दिए जाते थे और मैं उन्हें स्टेज पर जाकर बोलता था. उस वक्‍त मैं अपने अभिनय में होने वाले आर्ट के पार्ट से अनभिज्ञ था उन्होंने कहा था.

आप नैचरल एक्टर कहलाते है . इस कॉम्पलिमेंट के बारे में आप क्या कमेंट करेंगे ?

जब से मैंने अभिनय करना शुरू किया दर्शक यही कहते थे कि मैं बहुत नैचरल था. मगर ये बात मेरे समझ में नहीं आती थी. क्योंकि मैं अपने हर किरदार में जी जान लगा कर मेहनत करता था और दर्शकों से ये बात सुनकर मैं डिस्टर्ब हो जाता था कि मैं एक्टिंग नहीं कर रहा हूं बहुत छोटी उम्र से मैंने अभिनय शुरू किया था.

आजकल आपका जो टी.वी. सीरियल उड़ान छोटे पर्दे पर आ रहा है उसमें कल्याणी के पिता का रोल करना आपको कितना पसंद है हम जानना चाहेंगे?

उड़ान  में बाबा का रोल मुझे बेहद पसंद है. मेरा रोल अच्छा है . बड़ा पॉवरफुल कैरेक्टर है अलावा कविता चैधरी एक अच्छी रायटर और डायरेक्टर है. उड़ान मेरे लिए एक सुखद अनुभव की तरह है

आपने आजतक कोई ऐसा सीरियल किया है जिसे करने के पश्चात आपको पछताना पड़ा हो ?

जी कई ऐसे सीरियल भी है जिन्हें करने की मुझे कोई खुशी नहीं हुई . उनका नाम है एयर होस्टेस और खोज इनको करने के आपको रिग्रेट्स क्यों है सबसे पहले तो ये लोग आपके पास आते हैं. आपको तरह तरह की कहानियां सुनाते हैं. और आपको कम पैसों में काम करने की रिकवेस्ट करते हैं . मुझे, अच्छा पेमेंट भी नहीं किया गया था. मगर सबसे अहम बात तो ये है कि इन-लोगों को मैकिंग का पता ही नहीं होता.

अब आप हिन्दी फिल्में भी कर रहे हो?  क्या छोटे पर्दे पर काम करने का आपके पास वक्‍त बच पाएगा या नहीं ?

मैं आज भी बड़े और छोटे पर्दे के बीच में अपना वक्‍त बांटता हूं. मैं कुछ सीरियल कर रहा हूं. नाम है प्रतिबिंब, “डरने का नहीं जो कॉमेडी सीरियल है. मैंने इसमें एक दो गाने भी गाए है.  आशियाना में मैंने आर्मी मैन का रोल किया है . इसके अलावा द्विधाता जो अच्छा बन चुका है जब भी मुझे कोई रोल अपील करेगा मैं उस सीरियल को जरूर करूंगा विक्रम का जवाब था . 

आपकी राय में एक्टिंग किसे कहते हैं हम जानना चाहेंगे?

जो तुम रियल लाइफ में नहीं हो उसके होने का दर्शकों को यकीन दिलाना एक्टिंग कहलाता है, मैंने इस विषय के बारे में ढ़ेर सारी किताबे पढ़कर नॉलेज हासिल की है. जिनका मुझे अपना परफॉर्मन्स सुधारने में काफी उपयोग हुआ है और ऑफकोर्स एक अच्छा एक्टर बॉडी लैंग्वेज भी जानता है.

क्या आपको मेकिंग में इन्टरेस्ट है सीरियल या फिल्‍म के ?

मैं अब तक कई डॉरमेट्रीज बना चुका हूं. स्टेट गवर्नमेंट के लिए आर्ट फिल्में भी बनाई है मैंने दिल्‍ली के मंडी हाऊस में मैंने अप्लरवल के लिए अपने सात सीरियल सबमिट किए है और इनके पास होते ही मैं उनका प्रोड्यूसर डायरेक्टर बन जाऊंगा. मुझे इन सीरियल के सक्सेस की पूरी उम्मीद है-

विक्रम आपके बारे में कहते है कि आपके पास काम जितना ज्यादा बढ़ता जा रहा है, आप उतने ही अधिक मनी माईडेड होते जा रहे हो?

मैं भी अन्य सभी आदमियों की तरह पैसे कमाने के लिए काम करता हूं. फिर भी अच्छे काम और रोल के लिए मैं कांप्रोमाइज भी कर लेता हूँ . सलीम लंगड़े पर मत रो और थोड़ा सा रूमानी हो जाइए के लिए मैंने अपनी प्राइस कम की थी. 

मगर ऐसी फिल्में कितने लोग देखते हैं? 

अगर मैं अपने काम का मुआवजा मांगता हूं तो क्या गलत करता हूं आखिर मुझे भी तो अपना ब्रेड और बटर का जुगाड़ करना पड़ता है.

फिल्म खुदा गवाह में आपके काम की बड़ी तारीफ सुनी है?

नथिंग ग्रेट! ठीक काम है मेरा. बड़ा विनयशील जवाब आया था उनका