‘‘अपने दिल की सामग्री के लिए खाओ‘‘, लोकप्रिय कहावत है. हो सकता है कि अब हम ‘गाता रहे मेरा दिल‘ के मुखड़े गाने को संशोधित (संशोधित) कर सकते हैं और इसके बजाय ‘खाता रहे, मेरा दिल‘ गा सकते हैं !! ऐसा इसलिए है, क्योंकि प्रतिष्ठित बल्लेबाज-क्रिकेटर विराट कोहली ने कथित तौर पर प्रसिद्ध सबसे बहुमुखी गायक-अभिनेता किशोर कुमार के जुहू स्थित ‘गौरी कुंज‘ बंगले के एक बड़े हिस्से को पट्टे पर दिया है और इसे तेजी से एक उच्च श्रेणी के प्रीमियम रेस्तरां में विकसित कर रहे हैं. संगीत प्रेमियों के लिए लोकप्रिय पर्यटन स्थल तेजी से एक बड़े उत्थान के दौर से गुजर रहा है और रेस्तरां लगभग तैयार है. गतिशील विराट अगले महीने किसी समय रेस्तरां शुरू करेंगे.
प्रसिद्ध पॉप और पाश्र्व गायक-संगीतकार अमित कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए खुलासा किया कि यह सब तब शुरू हुआ जब लीना चंदावरकर के गायक-पुत्र सुमीत कुछ महीने पहले विराट से मिले और दोनों में बात हुई. अमित कुमार ने कहा, ‘हमने विराट को पांच साल के लिए जगह लीज पर दी है.‘ स्टार-क्रिकेटर के पास पहले से ही दिल्ली में दो रेस्तरां हैं, अन्य शहरों में चेन हैं. हालांकि, यह नया रेस्टोरेंट अपने प्रतिष्ठित बॉलीवुड (किशोर-दा) कनेक्शन के कारण बेहद अलग होगा.
लोकप्रिय क्रिकेटर का नया भोजनालय जुहू, मुंबई में किशोर कुमार के ऐतिहासिक घर गौरी कुंज के अंदर स्थित होने जा रहा है. इसका मतलब है कि रेट्रो-म्यूजिक के प्रशंसक और किशोर-दा के उत्साही प्रशंसक अच्छे भोजन का आनंद लेते हुए महान गायक और अभिनेता के घर जा सकेंगे. किशोर कुमार के बेटे, अमित कुमार ने मुझे पुष्टि की, कि विराट जुहू में कुमार के आवास का एक हिस्सा संभालेंगे. उनके अनुसार, बंगला पहले से ही एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है और अगले महीने के अंत तक किसी भी समय खुलने के लिए तैयार है.
प्रतिष्ठित खिलाड़ी विराट के पास राजधानी में रेस्तरां और बार की एक श्रृंखला है. उनके ‘वन8 कम्यून‘ नामक रेस्ट्रो-बार की श्रृंखला पहले ही विभिन्न शहरों में दिखाई दे चुकी है. आप कोहली के वन8 कम्यून को दिल्ली के एरोसिटी में ही नहीं, बल्कि कोलकाता और पुणे में भी देख सकते हैं. 2019 में, क्रिकेटर ने दक्षिण दिल्ली के आर के पुरम में ‘नुएवा‘ नाम से एक और रेस्तरां शुरू किया. अमित कुमार ने मुझे व्यक्तिगत रूप से फोन पर सूचित किया कि अब नए रेस्तरां का नाम ‘वन8 कम्यून‘ भी होगा जो कि विराट का जर्सी नंबर है. सागर किनारे‘, ‘चलते चलते‘, ‘मेरे जीवन साथी‘, ‘जिंदगी एक सफर‘, ‘ईना मीना डीका‘, ‘एक चतुर नार‘ या फिल्म के शीर्षक जैसे ‘झुमरू‘, ‘जिद्दी‘, आराधना, हाफ-टिकट, पड़ोसन या ‘महबूबा‘ आदि? प्रतिक्रिया अमित कुमार, “चलो देखते हैं. शायद करेंगे, मैं भी सुझाव दूंगा ”, उन्होंने आश्वासन दिया.