पिछले दिनों विश्व-प्रसिद्ध ऑपेरा सिंगर जियोकोंडा वेसिचेल्ली को एक शानदार स्पोर्टस कार में हवा में गाते हुए, किसी हवाई सुंदरी की तरह देखा गया था. वह अपने अगले एल्बम पर काम कर रही है जो भारतीय कलाकारों और प्रोजेक्ट में सहयोग करने वाले अमेरिकी कलाकारों के बीच एक फ्यूज़न है. सुपर रचनात्मक यह इटालियन गायिका अपनी रचनात्मकता के असीमित स्रोत के साथ दुनिया को बार बार अचंभित करती जा रही है. वह बॉलीवुड ओपरा शैली की अग्रणी और आविष्कारक हैं, जिसके लिए उन्हें भारतीय महिला पुरस्कार मिला, भले ही वह भारतीय न हों. एक विदेशी मूल की होने के बावजूद यह पुरूस्कार मदर थेरेसा को सर्वप्रथम प्रदान किया गया था और फिर जियोकोंडा वेसिचेल्ली को प्रदान दिया गया.
जिओकोंडा संस्कृतियों और संगीत को मिलाने में विशेषज्ञ है क्योंकि उसके पास रोम के संगीत विश्वविद्यालय "सांता सेसिलिया" से 2 डिग्रीयाँ और एक पीएचडी है और हमने उसे मुंबई में सुभाष घई के विश्वविद्यालय में और दुनिया के कई अन्य विश्वविद्यालयों में भी मास्टर क्लास में पढ़ाते हुए देखा है. वह आवाज तकनीक की विशेषज्ञ है, इसलिए उसे अक्सर आवाज प्रतियोगिताओं में जूरी सदस्य के रूप में आमंत्रित किया जाता है (उदाहरण के लिए वह शिकागो में ज़ी कार्यक्रम "इंटरनेशनल इंडियन आइकॉन" में जूरी में थी और जिस लड़की का उसने उल्लेख किया वह प्रथम पुरस्कार जीत गई). इस अप्रैल को जिओकोंडा फिर से शिकागो में एक प्रेस्टीजीएस टैलेंट प्रतियोगिता में ज्यूरी में शामिल होगी, अपने नए एल्बम को जारी करने से ठीक पहले, जो हिंदी भाषा में है, जहां उसने स्पेनिश भाषा में कुछ रैप भाग भी लिखा है. वह 7 भाषाएं बोलती है और वह लेखक, संगीतकार और निर्देशिका भी हैं.
बातचीत के दौरान जियोकोंडा ने मुझे बताया "इस बार मैं एक विश्व व्यापी बाजार के लिए अधिक उन्मुख हूं, इसलिए मुझे नहीं लगता है कि मैं अपने गाने फिर से Tseries लेबल को दूँगी." यह खूबसूरत, बेहद बुद्धिमान गायिका कहती हैं, "हम इंडी संगीत के उत्कर्ष में हैं और मेरा यह नया गीत एक दर्पण है कि समय और संगीत बाजार के, प्रवृत्तियाँ बदल रही हैं."
यह कहते हुए जियोकोंडा के चेहरे पर एक अजब सी उज्जवलता फैल जाती है और अचानक वो एक सोने की परी नजर आने लगती है. ऐसा क्यों हुआ? वो सोने की तरह क्यों दमकने लगी? पूछने पर वो रहस्यमयी मुस्कान से मस्ती में विंक करते हुए कहती हैं," आसमान से उतरी जो हूँ. " उनका अचानक खिलखिला पड़ना और उस हँसी की खनक वास्तव में मुझे सोचने पर मजबूर कर देती है, "ना जाने कहाँ से आई है, न जाने कहाँ को जायेगी , दीवाना किसे बनाएगी यह लड़की' और हम सभी जानते हैं कि एक 360 डिग्री कलाकार होने के नाते जियोकोंडा वेसिचेली कितनी बहुमुखी और लचीली हैं और अपने कलात्मक और निजी जीवन दोनों के साथ प्रेरणा का एक निरंतर स्रोत है, जिसकी कोई सीमा नहीं है.