दुबई में बड़ी सफलता के बाद बहुप्रतीक्षित वर्ल्ड आइकॉन अवॉर्ड इस बार 9 जून 2018 को बैंकॉक में आयोजित किया जा रहा है। ये जानकारी देते हुए दुष्यंत प्रताप सिं ने बताया कि इस प्रमुख पुरस्कार समारोह में दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिष्ठित लोग वर्ल्ड आइकॉन अवार्ड के शीर्षक के साथ एक छत के नीचे मौजूद होंगे। यह पुरस्कार उन लोगों के लिए है जिन्होंने अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है और भविष्य की पीढ़ियों के लिए अपने काम के साथ एक उदाहरण निर्धारित किया है। लोगो को अवगत कराने के लिए इससे पहले मुंबई अथवा नई दिल्ली जैसे शहरों मे प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया था। उत्तर प्रदेश के बढ़ते कद को देखते हुए इस बार नवाबो के शहर लखनऊ मे प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार के लिए हर साल राजनेता, कलाकार, उद्योगपति, पत्रकार, समाज सेवक, शिक्षाविद आदि जैसे विभिन्न क्षेत्रों से पंजीकरण प्राप्त होते हैं। इस साल दुनिया भर के लोग मेहमान, श्रोतागण, पुरस्कार विजेता और सम्मानित चयन समिति सदस्य जो नामांकित लोगों की अंतिम सूची तय करने वाले हैं इस समारोह का हिस्सा होंगे।
जगद्गुरु कृपालु परिषद के राम पुरी ने कहा, इस तरह का कार्यक्रम हमें राष्ट्र के लिए कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ सामाजिक कार्यो मे बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करता है।
दुष्यंत प्रताप सिंह प्रसिद्ध संगीतकार और बॉलीवुड व्यक्तित्व कहते हैं, इस मिट्टी में कुछ अनोखी बात है जो कई बाधाओं के बावजूद भी सदैव महान आत्माओं का देश बनी रही है, और आगे भी बनी रहेगी। वल्र्ड आइकॉन अवार्ड में लोगों को अपने उत्कृष्ट काम और अतुलनीय योगदान के लिए सराहा जाएगा। इस मेगा समारोह का आयोजन ड4न् ग्रुप द्वारा निर्देशक दुष्यंत प्रताप सिंह के निर्देशन मे किया जाता है।
थाईलैंड पार्टनर पवन मिश्रा ने कहा कि इस समारोह का मुख्य उद्देश्य आगामी भारतीय युवा के लिए एक बेहतर वातावरण और उदाहरण बनाना है और आप दुनिया में जो परिवर्तन देखना चाहते हैं उसकी शुरुआत आप स्वयं से करें। यह पुरस्कार विभिन्न उपलब्धियों को दर्शाता है जो लोगों को यह जानने में मदद करता है कि जीवन की सफलता और प्रगति की यात्रा कैसे की जाती है। सफल लोगों की कहानी बताती है कि उन्हें हमेशा अपने मन में रखना चाहिए कि जीवन की लड़ाई आसान नहीं है नाम, प्रसिद्धि और मान्यता प्राप्त के लिए भक्ति, ध्यान, कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है, और इसमे काफी वक्त लगता है।